कमलनाथ का आरोप, मध्य प्रदेश में यूरिया की चल रही है कालाबाजारी
आज प्रदेश में यूरिया का जमकर संकट बना हुआ है। प्रदेश के कई हिस्सों में किसानों को यूरिया के लिये भटकना पड़ रहा है। यूरिया की कालाबाज़ारी जमकर जारी है। किसानों को महंगे दामों पर यूरिया खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। खाद के लिये लाइनों में लगा किसान पुलिस की लाठियां भी खा रहा है।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया कि एक तरफ किसान लंबी-लंबी लाइन लगाकर एक-एक बोरी खाद के लिये भटक रहा है, वहीं दूसरी ओर किसानों को मिलने वाली खाद को भूमिहीनों व मृतकों के नाम पर फर्जी तरीके से आवंटित कर लाखों क्विंटल खाद को भाजपा समर्थित व्यापारियों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार कर ठिकाने लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके प्रमाण भी प्रदेश के कई हिस्सों से सामने आ चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, प्रदेश में अमानक खाद की बिक्री भी चरम पर है। लेकिन, राज्य सरकार कुंभकर्णी नींद में सोयी हुई है।’’ कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सिर्फ जुबानी चेतावनी व धमकियों से काम चला रहे हैं। जमीनी धरातल पर कालाबाजारी व मिलावटखोरी रोकने के कोई इंतजाम नहीं है।कमलनाथ जी की मीडिया से चर्चा :
— MP Congress (@INCMP) August 27, 2020
मुख्य बातें -
- बीजेपी की कोई उपलब्धि नही है
- ये मप्र के भविष्य का चुनाव है
- 15 माह का चित्र जनता के सामने है
- जनता सच्चाई का साथ दे
- सौदेबाज़ी से मप्र कलंकित हुआ
- हमने किसानों का कर्जा माफ़ किया
- झूठ की राजनीति नहीं चलेगी
— कमलनाथ pic.twitter.com/aCY1Nd0bFq
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उन्होंने कहा कि किसान परेशान होकर सड़कों पर उतर रहा है। कमलनाथ ने कहा कि सरकार को सारी स्थिति पूर्व से ही पता थीं लेकिन इसको रोकने को लेकर कोई ठोस कदम समय पर नहीं उठाये गये। उन्होंने कहा, ‘‘मैं राज्य सरकार से मांग करता हूं कि वे मैदान में जाकर जमीनी हकीकत देखे। प्रदेश में किसान भाइयों को मिलावट रहित यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये तत्काल आवश्यक कदम उठाये जाएं, अन्यथा कांग्रेस किसानों के समर्थन में सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन करने को मजबूर होगी।
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