करतारपुर कोरीडोर भारत-पाक संबंधों में नये अध्याय की शुरूआत होगा: उपराष्ट्रपति
नायडू ने कहा, ‘‘यह कोरीडोर नये दरवाजे खोलेगा। यह पथ नयी संभावनाएं खोलता है। यह एकीकरण करने वाला, पुरानी दरारों के बीच पुल बनाने वाला है।
डेरा बाबा नानक (पंजाब)। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने सोमवार को करतारपुर कोरीडोर की आधारशिला रखे जाने को भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों में ‘‘नये अध्याय की शुरूआत’’ बताया और कहा कि यह ‘‘पुरानी दरारों के बीच पुल’’ बनाने में काम आएगा। नायडू ने यहां आधारशिला रखे जाने के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कोरीडोर दोनों देशों के लोगों के बीच सेतु होगा जिनके बीच काफी समानता है।
नायडू ने कहा, ‘‘यह कोरीडोर नये दरवाजे खोलेगा। यह पथ नयी संभावनाएं खोलता है। यह एकीकरण करने वाला, पुरानी दरारों के बीच पुल बनाने वाला है। यह गहरी समझ को बढ़ावा देता है और प्यार, सहानुभूति और साझा आध्यात्मिक विरासत के अदृश्य धागों के मार्फत दोनों देशों के लोगों को जोड़ने का नया संकल्प दर्शाता है।’’।
उन्होंने कहा कि भारत की सरकार ने पाकिस्तान की सरकार से कोरीडोर विकसित करने अपील की थी और भारत के लोग खुश हैं कि पाकिस्तान ने उनकी काफी समय से लंबित मांग को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह गौरवपूर्ण, ऐतिहासिक क्षण डेरा बाबा नानक से लेकर हमारी सीमा तक अंतरराष्ट्रीय कोरीडोर बनाने के भारत सरकार के निर्णय के कारण संभव हो सका।’’ उन्होंने कहा कि कोरीडोर बनाने की मांग पर करीब दो दशकों तक चर्चा हुई थी जो आज पूरी हो रही है।
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