कश्मीर कॉन्फ्लिक्ट बना फैमिली बिजनेस, ISI समर्थित नेटवर्क एक्सपोज

Kashmir conflict
अभिनय आकाश । Aug 4 2021 8:17PM

कश्मीर से जुड़ी एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि घाटी में अशांति के पीछे पाकिस्तान असली ताकत है और कश्मीर पर हर 'तथाकथित मानवाधिकार चिंता' अंत में एक गठजोड़ से जुड़ी है, जिसे इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) ने स्थापित किया है।

कश्मीर संघर्ष परिवारों के एक समूह द्वारा चलाया जाने वाला एक "फैमिली बिजनेस" बन गया है और एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक चलता रहता है। डिसइन्फो लैब द्वारा 'द कश्मीर कॉन्फ्लिक्ट इंडस्ट्री नेटवर्क' शीर्षक वाली रिपोर्ट के अनुसार, कश्मीर संघर्ष एक 'पारिवारिक व्यवसाय' है जो वैश्विक स्तर पर पाकिस्तानी प्रतिष्ठान द्वारा प्रायोजित है। टाइम्स नाऊ में पब्लिश इस रिपोर्ट के अनुसार इस संघर्ष को इस तरह से डिजाइन किया गया है जैसे परिवारों के एक समूह से लेकर पाकिस्तानी प्रतिष्ठानों की ओर तक इस ढंग से डिजाइन किया गया है जिससे ये विवाद सतत प्रवाह के साथ बना रहे। 

घाटी में अशांति के पीछे की असली वजह पाकिस्तान

रिपोर्ट में कहा गया है कि घाटी में अशांति के पीछे पाकिस्तान असली ताकत है और कश्मीर पर हर "तथाकथित मानवाधिकार चिंता" अंत में एक गठजोड़ से जुड़ी है, जिसे इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) ने स्थापित किया है। यह यह भी दिखाता है कि कैसे कश्मीरियों को छोड़कर कश्मीर सभी की चिंता का विषय बन गया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वस्तुतः ऐसा कोई कश्मीरी नहीं है जिसका कश्मीर से कोई सार्थक संबंध हो, जो कश्मीर की चर्चा में शामिल हो। अगर वहाँ थे, तो उन्हें साइड-लाइन कर दिया गया है।

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कश्मीर को लेकर फेक न्यूज और गलत सूचना फैलाना

पाकिस्तानी सीनेट द्वारा रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद से ही ह्यूमन राइट्स चैंपियन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भारत के मानविकी से लेकर अल्पसंख्यक और दलित अधिकारों और कश्मीर तक के विभिन्न मुद्दों पर चिंता व्यक्त करते हुए दिखाई दिए। पोलिस प्रोजेक्ट, इक्वेलिटी लैब, और जस्टिस फॉर कश्मीर जैसे कई नए संगठनों को नैरेटिव चलाने के लिए शुरू किया गया था। पाकिस्तान की ओर से गलत और भ्रामक जानकारियों के तहत एक ऐसा नैरेटिव सेट करने की कोशिश की जा रही है कि कश्मीर उथल-पुथल में है, भारतीय सेना घाटी में अत्याचार कर रही है और जम्मू-कश्मीर की जनसांख्यिकी को बदलने के लिए अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया गया है।

इंटर-कनेक्टेड इन्फ्लुएंसर

भारत के 136 वेरिफाइड हैंडल ने हैशटैग #StandWithKashmir, #KashmirBleeds, #KashmiriLivesMatter, #KashmirMartyrsday का उपयोग करके कश्मीर मुद्दे पर ट्वीट किया। इन हैशटैग में वेरिफाइड अकाउंट्स की भागीदारी 2018 से शुरू हुई थी। ये सभी हैंडल न केवल एक आम संगठन "स्टैंड विद कश्मीर" से जुड़े हैं बल्कि संयुक्त राज्य अमेरिका में आईएसआई के आदमी गुलाम नबी फई से भी संबंधित हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये सभी लोग एक-दूसरे को "विशेषज्ञ" और "कार्यकर्ता" के रूप में प्रचारित करते रहते हैं, जिससे कार्यकर्ताओं और लेखकों का एक वैश्विक नेटवर्क तैयार होता है जो लगातार कश्मीर पर अपनी राय देते हैं और वैश्विक स्तर पर कश्मीर को लेकर नैरेटिव सेट करते हैं।

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