वानी के मारे जाने पर कश्मीर में हिंसा, अमरनाथ यात्रा स्थगित
हिज्बुल के पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के विरोध में घाटी में हिंसा भड़क गई और प्रदर्शनकारियों तथा सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में 3 लोग मारे गए और 50 लोग घायल हो गये।
श्रीनगर। हिज्बुल मुजाहिद्दीन के पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी के एक मुठभेड़ में मारे जाने के विरोध में घाटी में हिंसा भड़क गई और प्रदर्शनकारियों तथा सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में तीन लोग मारे गए और 50 लोग घायल हुए हैं। हिंसक भीड़ ने पांच भवनों में आग लगा दी, जिसमें तीन पुलिस प्रतिष्ठान हैं। इसके अलावा कुछ वाहनों में भी आग लगाई गई। कश्मीर के कई हिस्सों में कर्फ्यू की तरह निषेधाज्ञा लगाई गई है जहां पूरी घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं स्थगित हैं और दक्षिण कश्मीर में मोबाइल टेलीफोनी सेवाएं बाधित हैं।
संवेदनशील स्थिति को देखते हुए जम्मू आधार शिविर से अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है और घाटी की तरफ आज श्रद्धालुओं के नए जत्थे को रवाना नहीं किया गया। त्राल में बुरहान के अंतिम संस्कार में हजारों लोग एकत्र हुए जहां उत्तरी कश्मीर के खादीनयार से दक्षिण के कुलगाम तक कई हिंसक प्रदर्शन होने की खबर हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के वेरीनाग क्षेत्र में सुरक्षा बलों द्वारा प्रदर्शनकारियों पर कथित तौर पर गोली चलाने से 25 वर्षीय युवक आमिर बशीर की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि युवक को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
एक अन्य युवक शुक्रवार देर रात कैमोह इलाके में इन्हीं परिस्थितियों में मारा गया। अनंतनाग जिला अस्पताल के एक चिकित्सक ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि जुबैर अहमद की छाती में कई गोलियां लगी थीं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि 16 वर्षीय साकिब मंजूर को एसएमएचएस अस्पताल के चिकित्सकों ने तब ‘‘मृत घोषित’’ कर दिया जब कुछ युवक उसे गंभीर हालत में अस्पताल लेकर पहुंचे। वह गोलियों से गंभीर रूप से घायल था।
इन तीन मौतों के अलावा अपुष्ट खबरों के मुताबिक गणेशपुरा में सुरक्षा बलों द्वारा प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के दौरान नदी में डूबकर एक युवक की मौत हो गई। पुलिस ने घटना की पुष्टि नहीं की। पुलिस ने कहा कि घाटी में कई स्थानों पर हिंसक भीड़ के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 30 अन्य युवक घायल हो गए। बहरहाल विभिन्न अस्पतालों के सूत्रों ने जख्मी लोगों की संख्या करीब 50 बताई है। दो घायल लोगों की स्थिति गंभीर बताई जाती है। पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने व्यापक हिंसा और आगजनी की। उन्होंने कई स्थानों पर पुलिस चौकियों पर हमला किया और कुलगाम इलाके में भाजपा कार्यालय को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। भीड़ ने हांजीपुरा इलाके के आचबल और दामहाल थानों को आग लगा दी जबकि काजीगुंड के कुंड में एक चौकी को जला दिया। पुलवामा जिले के त्राल शहर में प्रदर्शनकारियों ने दो सरकारी कार्यालयों को आग लगा दी। साथ ही काजीगुंड में भी तीन बसों में आग लगा दी।
अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के वासु इलाके में अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा में तैनात पुलिस चौकी पर भी हमला किया गया। अधिकारी ने कहा कि उत्तर कश्मीर के बारामूला जिले के शीरी, करीरी, डेलिना, पट्टन और पलहालन इलाकों में भी पथराव की घटनाएं हुईं। उन्होंने कहा कि दक्षिण कश्मीर के अवंतीपुरा इलाके के बारसू और शरीफाबाद में भी हिंसक प्रदर्शन हुए। उन्होंने कहा कि श्रीनगर के कई हिस्सों में मामूली प्रदर्शन किए जाने की खबर है। बहरहाल आज दोपहर बुरहान का अंतिम संस्कार त्राल में किया गया जहां हजारों लोगों ने उसके अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया। त्राल और आसपास के इलाके में सुरक्षा बलों की तैनाती नहीं की गई ताकि लोगों की सुरक्षा बलों से भिड़ंत नहीं हो। आधिकारिक अनुमान के मुताबिक मारे गए आतंकवादी कमांडर के अंतिम संस्कार में 40 हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। अपुष्ट खबरों के मुताबिक यह संख्या काफी ज्यादा है। ‘स्वतंत्रता समर्थक’ नारों के बीच बुरहान का अंतिम संस्कार किया गया जहां कुछ युवकों ने पाकिस्तानी झंडे लहराए।
अलगाववादी नेताओं के आह्वान पर लगभग सभी शहरों में गायबाना नमाज अदा की गई। इस बीच अलगाववादी समूहों ने कश्मीर में पुलिस के साथ संघर्ष में तीन लोगों के मारे जाने के विरोध में राज्य में हड़ताल की अवधि को बढ़ाकर 11 जुलाई तक कर दिया है। एक बयान में उदारवादी हुर्रियत अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने लोगों से अपील की कि दस जुलाई और 11 जुलाई को पूरी तरह हड़ताल रखें।
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