केरल कांग्रेस(एम) टूटी, जोस के. मणि अध्यक्ष चुने गए

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[email protected] । Jun 17 2019 8:45AM

इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए जोसेफ ने कहा कि जोस को एक ‘‘भीड़’’ ने चुना है, ना कि प्रदेश कमेटी ने तथा उन सभी के बारे में यह माना जाएगा कि उन्होंने केरल कांग्रेस(एम) छोड़ दी है

कोट्टायम (केरल)। कांग्रेस नीत यूडीएफ की एक अहम साझेदार केरल कांग्रेस(एम) रविवार को टूट गई और पार्टी के एक धड़े ने राज्यसभा सदस्य जोस के. मणि को अपना प्रमुख चुना। जोस के. मणि पार्टी के संस्थापक एवं दिवंगत नेता के. एम. मणि के पुत्र हैं।  के. एम. मणि का इस साल अप्रैल में निधन होने के बाद जोस और कार्यकारी अध्यक्ष पी. जे. जोसेफ के समर्थकों के बीच चली अंदरूनी कलह के बाद यह घटनाक्रम हुआ है। जोस के समर्थकों ने उन्हें पार्टी का अध्यक्ष चुना और उन्होंने यहां प्रदेश कमेटी के सदस्यों की एक बैठक भी बुलाई।

इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए जोसेफ ने कहा कि जोस को एक ‘‘भीड़’’ ने चुना है, ना कि प्रदेश कमेटी ने तथा उन सभी के बारे में यह माना जाएगा कि उन्होंने केरल कांग्रेस(एम) छोड़ दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह फैसला कानून के आगे नहीं टिक पाएगा क्योंकि इसे पार्टी संविधान के सभी नियमों का उल्लंघन कर लिया गया। इस बैठक के कुछ घंटे पहले जोसेफ नीत धड़े ने उसे अवैध घोषित किया और कहा कि यह पार्टी के संविधान के खिलाफ है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अपनी गलतियों को सुधार करने वाले पार्टी में वापसी कर सकते हैं। इस बीच, माकपा के प्रदेश सचिव कोडीयेरी बालकृष्णन ने कहा कि पार्टी को संदेह है कि केरल कांग्रेस (एम) में टूट के पीछे कांग्रेस का हाथ है। 

बैठक के बाद पीठासीन अधिकारी के जेड कुनजेरिया ने घोषणा की कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोस को आमराय से अध्यक्ष चुना है। जोस समर्थक धड़े के नेताओं ने दावा किया कि प्रदेश कमेटी के 437 सदस्यों में करीब 325 लोग बैठक में शरीक हुए।  अध्यक्ष चुने के जाने के बाद जोस ने पार्टी नेताओं का आभार जताते हुए कहा, ‘‘मैं उनके (के एम मणि द्वारा) दिखाये रास्ते पर चलने के लिए कड़ी मेहनत करूंगा।’’ गौरतलब है कि के. एम. मणि के निधन के बाद पार्टी के संगठन महासचिव जॉय अब्राहम का मुख्य चुनाव अधिकारी टीका राम मीणा को पत्र लिख कर जोसेफ को केसी(एम) अध्यक्ष घोषित करने के अनुरोध का जोस के नेतृत्व वाले धड़े ने विरोध किया था। 

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