केरल सरकार ने जीएसटी की चोरी रोकने के लिये ऐप जारी किया

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केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मंगलवार को ‘लकी बिल ऐप’ जारी किया, जिसका मकसद खरीदारी करने के बाद लोगों को मूल बिल अपलोड करने के लिये प्रोत्साहित कर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की चोरी को रोकना है। इस ऐप पर लोग सामान खरीदने के बाद उसका मूल बिल अपलोड करने पर 25 लाख रुपये नकद समेत अन्य पुरस्कार जीत सकते हैं।

तिरुवनंतपुरम, 17 अगस्त। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मंगलवार को ‘लकी बिल ऐप’ जारी किया, जिसका मकसद खरीदारी करने के बाद लोगों को मूल बिल अपलोड करने के लिये प्रोत्साहित कर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की चोरी को रोकना है। इस ऐप पर लोग सामान खरीदने के बाद उसका मूल बिल अपलोड करने पर 25 लाख रुपये नकद समेत अन्य पुरस्कार जीत सकते हैं। विजयन ने कहा कि ऐप का उद्देश्य लोगों को खरीदारी करने के बाद बिल मांगने और इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से उसे अपलोड करने के लिए प्रोत्साहित करना है, ताकि जीएसटी की चोरी रोकी जा सके। उन्होंने कहा, “ अक्सर ग्राहक खरीदारी करने के बाद बिना बिल मांगे ही चले जाते हैं। ऐप का उद्देश्य इसे रोकना है।"

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष के बजट में इस परियोजना के लिए पांच करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि ऐप केरल के डिजिटल विश्वविद्यालय के सहयोग से तैयार किया गया है और यह देश में अपनी तरह का पहला ऐप है। इस ऐप पर बिल अपलोड करने वाले लोगों को दैनिक, साप्ताहिक और मासिक आधार पर पुरस्कार दिए जाएंगे और एक बड़ा पुरस्कार भी होगा। इनका चयन ड्रॉ के जरिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अलग-अलग पुरस्कारों के अलावा 25 लाख रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया जाएगा और हर साल पांच करोड़ रुपये मूल्य के पुरस्कार दिए जाएंगे। विजयन ने कहा कि राज्य के विकास के लिए कर संग्रह अहम है और इसके लिए लोगों, व्यापारियों और सरकारी अधिकारियों का सहयोग जरूरी है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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