केशव प्रसाद मौर्य बोले- नए कृषि कानूनों का विरोध चुनावी आंदोलन है

Keshav Maurya

उपमुख्यमंत्री ने यहां 117.71 करोड़ रुपये मूल्य की 165 परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम से इतर एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा कि संबंधित विरोध प्रदर्शन किसान आंदोलन नहीं, बल्कि ‘‘चुनावी आंदोलन’’है।

लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के विरोध प्रदर्शन को ‘‘चुनावी आंदोलन’’करार देते हुए रविवार को कहा कि आम किसान भाजपा का विरोध नहीं कर रहे हैं। उपमुख्यमंत्री ने यहां 117.71 करोड़ रुपये मूल्य की 165 परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम से इतर एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा कि संबंधित विरोध प्रदर्शन किसान आंदोलन नहीं, बल्कि ‘‘चुनावी आंदोलन’’है। 

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गौरतलब है कि जिले के निघासन क्षेत्र में कुछ किसानों ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का विरोध करने का ऐलान किया था। इस पर मौर्य ने कहा कि अगर उन किसानों को कोई परेशानी है तो वह उनकी बात सुनने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, किसान अन्नदाता हैं, हमारे दुश्मन नहीं। भाजपा सरकार ने किसानों के भले के लिए बहुत काम किया है और सामान्य किसान भाजपा का विरोध नहीं कर रहा है। भाजपा सरकार के अच्छे काम से परेशान विपक्ष झूठ का एजेंडा चला रहा है। 

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मौर्य ने कहा कि राज्य सरकार ने गन्ना मूल्य में प्रति क्विंटल 25 रुपये की बढ़ोतरी समेत किसानों के भले के लिए अनेक काम किए हैं। उन्होंने कहा कि अगर सभी विपक्षी दल एकजुट भी हो जाएं तो भी वे आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को 300से ज्यादा सीट जीतने से नहीं रोक सकते। मौर्य ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को 51 प्रतिशत वोट मिले थे, लेकिन इस बार पार्टी अपने दम पर 60 प्रतिशत से ज्यादा वोट हासिल करेगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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