खट्टर ने कांग्रेस पर लगाया किसानों को बरगलाने का आरोप, कहा- किसी को उकसाकर व्यवस्था ना बिगाड़े
हम लगातार किसानों के हित में काम कर रहे हैं। फसल की बुआई से पहले उसकी कीमत तय करना यह हमारे ही समय में हुआ है। इस बार हमने गन्ने का रेट 12 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया है।
हाल में ही हरियाणा सरकार ने गन्ने की कीमत 12 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 362 रुपये प्रति क्विंटल करने का फैसला किया। इसी को लेकर हरियाणा के कुछ किसान संगठनों ने आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को सम्मानित किया। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक खट्टर ने कहा कि हम लगातार किसानों के हित में काम कर रहे हैं। फसल की बुआई से पहले उसकी कीमत तय करना यह हमारे ही समय में हुआ है। इस बार हमने गन्ने का रेट 12 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया है। सर्वाधिक रेट देश में इस वक़्त हमारा है। यह दाम वर्ष 2021-22 पेराई सत्र के लिए घोषित किया गया है जो कि पड़ोसी राज्य पंजाब के 360 रुपये से अधिक है।
किसानों को बरगलाने का जो काम कांग्रेस करती है, मेरी उनसे अपील है कि वह इसे छोड़ दे। किसी को उकसाकर व्यवस्था ना बिगाड़े। एक आंदोलन चल रहा है उसमें एक विशेष वर्ग के लोग बैठे हैं, सभी किसान उसमें शामिल नहीं है। गन्ने की रेट बढ़ने से किसान खुश है: हरियाणा CM मनोहर लाल खट्टर, चंडीगढ़ pic.twitter.com/LTjjo9NiKW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 11, 2021
कांग्रेस पर निशाना
इसके बाद मीडिया से बातचीत में खट्टर ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। खट्टा ने कहा कि किसानों को बरगलाने का जो काम कांग्रेस करती है, मेरी उनसे अपील है कि वह इसे छोड़ दे। किसी को उकसाकर व्यवस्था ना बिगाड़े। एक आंदोलन चल रहा है उसमें एक विशेष वर्ग के लोग बैठे हैं, सभी किसान उसमें शामिल नहीं है। गन्ने की रेट बढ़ने से किसान खुश है। आपको बता दें कि पंजाब और हरियाणा के किसान लगातार केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इन किसानों को कांग्रेस का भी समर्थन हासिल है।
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करनाल में किसानों का धरना खत्म
हरियाणा सरकार ने पिछले महीने किसानों और पुलिस के बीच हुई झड़प के मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए और दोनों पक्षों के बीच विवाद के केंद्र में रहे भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी को अवकाश पर भेज दिया। इसके बाद, किसानों ने करनाल जिला मुख्यालय के बाहर अपने धरने को वापस ले लिया। हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह ने करनाल में मीडिया को बताया कि जांच एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश करेंगे। उन्होंने बताया कि जांच एक महीने के भीतर पूरी होगी और पूर्व उप संभागीय अधिकारी (एसडीएम) आयुष सिन्हा इस दौरान अवकाश पर रहेंगे।
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