जानें कौन हैं सुनंदा वशिष्ठ ? आखिर क्यों सुनाई कश्मीरी पण्डितों की दुखभरी दास्तां

know-who-is-sunanda-vashisht

टॉम लैंटोस मानवाधिकार आयोग द्वारा बुलाई गई बैठक में भारतीय-अमेरिकी स्तंभकार सुनंदा वशिष्ठ ने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग रहा है।

नई दिल्ली। मोदी सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को समाप्त किए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। ऐसे में वह दुनिया के सामने लगातार प्रॉपोगैंडा फैलाने में लगा है और कुछ लोगों को वैश्विक मंच पर साथ भी मिल रहा है। हालांकि पाकिस्तान का समर्थन करने वाले लोगों को कश्मीर की बेटी ने मुंहतोड़ जवाब दिया।

टॉम लैंटोस मानवाधिकार आयोग द्वारा बुलाई गई बैठक में भारतीय-अमेरिकी स्तंभकार सुनंदा वशिष्ठ ने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग रहा है। उन्होंने कहा कि भारत सिर्फ 70 साल पुराना राष्ट्र नहीं है, जिसे आप देखते हैं। भारत 5 हजार साल पुरानी सभ्यता है। भारत के बिना कश्मीर नहीं है। कश्मीर के बिना भारत नहीं है। यह दोनों ओर से है और मैं यह अपनी पूरी आवाज में कहूंगी।

इसे भी पढ़ें: अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाये जाने के समर्थन में कश्मीरी पंडितों ने दायर की याचिका

सुनंदा वशिष्ठ ने आगे कहा कि भारत की लोकतांत्रिक विश्वसनीयता बेमिसाल है। वे लोकतांत्रिक ढांचे में सफल रहे हैं, पंजाब और पूर्वोत्तर में उग्रवाद को समाप्त किया है। कश्मीर में उग्रवाद और मानवाधिकार समस्या के खिलाफ भारत को मजबूत बनाने का समय आ गया है। पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के वाली सुनंदा वशिष्ठ के भाषण की तारीफ चारो तरफ हो रही है।

कौन है सुनंदा वशिष्ठ 

सुनंदा वशिष्ठ एक कश्मीरी पंडित हैं और उनका दर्द आप सभी ने सुना हुआ है। सुनंदा वशिष्ठ ने 90 के दशक में अपना घर छोड़ दिया था। क्योंकि यह वो समय था जब आतंकवादियों ने वहां रह रहे लोगों को काफी परेशान किया था और सुनंदा के परिवार के साथ भी काफी अत्याचार हुए थे, जिसके चलते उन्हें मजबूरन कश्मीर छोड़ना पड़ा।

सुनवाई के दौरान सुनंदा वशिष्ठ ने कहा कि मेरे पिता कश्मीरी हैं, मेरी मां कश्मीरी हिन्दू हैं और मैं भी एक कश्मीरी हूं। लेकिन उनका घर और उनकी जिंदगी आतंकवाद के कारण बर्बाद हो गई। 

इसे भी पढ़ें: कश्मीरी पंडित संगठन मांग, विस्थापित कश्मीरी पंडितों का J&K में पुनर्वास कराया जाए

सुनंदा वशिष्ठ पत्रकार और भारतीय-अमेरिकी स्तंभकार हैं और उन्होंने भाजपा और पीडीपी ने जब मिलकर जम्मू कश्मीर में सरकार बनाई थी, उस पर भी सुनंदा ने सवाल खड़े किए थे। इस दौरान उन्होंने इसे अप्राकृतिक गठबंधन बताया था और कहा था कि घाटी में जब तक दोनों पार्टियों का गठबंधन रहेगा, संघर्ष और अस्थिरता मौजूद रहेगी।

4 लाख कश्मीरियों की रखी बात

सुनंदा वशिष्ठ का वक्तव्य सुनकर अभिनेता अनुपम खेर गदगद हो गए। उन्होंने ट्विटर पर सुनंदा का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि कश्मीर में आतंकवाद का शिकार हुए 4 लाख कश्मीरी हिंदुओं की ओर से बोलने के लिए आपका शुक्रिया। आपने बड़ी गरिमा और सच्चाई के साथ कश्मीरियों की बात रखी।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़