प्रकाश पंत के निधन से व्याकुल हुए रावत, बोले- वित्त मंत्री ने स्वस्थ होकर लौटने को कहा था

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[email protected] । Jun 6 2019 5:10PM

उपचार के लिए पंत के अमेरिका के टेक्सास शहर रवाना होने से पहले वाली रात को जब त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने कैबिनेट सहयोगी से मिलने अस्पताल गये तो उन्होंने कहा कि वह निश्चित ही स्वस्थ होकर वापस लौट आयेंगे।

देहरादून। कैंसर के उपचार के लिये अमेरिका रवाना होने से पहले मिलने आये उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से दिवंगत कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत ने शीघ्र स्वस्थ होकर लौटने का वादा किया था। हांलांकि, पंत नियति के लेखे को नहीं मिटा पाये। यह बात एक वीडियो संदेश के माध्यम से मुख्यमंत्री रावत ने रूंधे गले से साझा की। उपचार के लिए पंत के अमेरिका के टेक्सास शहर रवाना होने से पहले वाली रात को जब रावत अपने कैबिनेट सहयोगी से मिलने अस्पताल गये तो उन्होंने कहा कि वह निश्चित ही स्वस्थ होकर वापस लौट आयेंगे।

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छलकती आखों से रावत ने कहा, ‘उन्होंने जाते हुए कहा था कि मैं निश्चित ही वापस आऊंगा। लेकिन अब उनका शरीर वापस आ रहा है। मैं बहुत दुखी हूं।’ उत्तराखंड सरकार में संसदीय कार्य, वित्त एवं आबकारी जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे 58 वर्षीय पंत का कल अमेरिका में उपचार के दौरान निधन हो गया था। पंत के परिवार में उनके माता-पिता, पत्नी, दो पुत्रियां और एक पुत्र है। पंत से अपने तीन दशक पुराने करीबी संबंधों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नवंबर, 2000 में उत्तराखंड निर्माण के बाद अंतरिम सरकार का गठन हुआ तो उन्होंने ही वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी को विधानसभा अध्यक्ष पद के लिये पंत के नाम का सुझाव दिया था। 

उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पद के लिये पंत की कम आयु को लेकर जोशी की दुविधा को यह कहकर उन्होंने दूर करने का प्रयास किया था कि अपनी कुशलता और अध्ययनशील स्वभाव के चलते पंत विधानसभा का अच्छी तरह संचालन करने में समर्थ हैं। उन्होंने कहा, ‘विधानसभा अध्यक्ष के रूप में उन्होंने मूल्यों और मर्यादाओं को न केवल तय किया बल्कि उन पर चले भी। उनका इस तरह जाना बहुत कष्टप्रद है।’ साढ़े तीन महीने पहले फरवरी में राज्य विधानसभा में अपना बजट भाषण पढ़ते हुए पंत बेसुध होकर गिर पड़े थे। उक्त घटना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरूआती चिकिस्तकीय परीक्षण में उनकी यह तकलीफ नहीं सामने आ पायी। लेकिन बाद में एम्स में हुए परीक्षणों में उनकी गंभीर बीमारी के बारे में पता चला और केंद्रीय स्वस्थ्य मंत्री ने उन्हें फोन करके बताया कि पंत जी को एग्रेसिव और ‘रेयर टाइप’ का कैंसर है। 

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इस बीच, अमेरिका में उनके निधन की सूचना मिलते ही राज्य सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित करते हुए आज राजकीय अवकाश घोषित किया है। पंत के अमेरिका रवाना होने से पहले उनके सभी विभागों की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री रावत को दे दी गयी थी। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि पंत का शव एक-दो दिन में उत्तराखंड लाया जाएगा जिसके बाद उनकी अंत्येष्टि की जायेगी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने भी पंत के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुएकहा कि अगले तीन दिनों तक पार्टी के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिये गये हैं। 

राज्य विधानसभा में भी आज पंत के निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गयाजिसमें विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन को प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति बताया। अग्रवाल ने उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि विधानसभा में सदन की कार्रवाई के दौरान प्रतिपक्ष के आक्रामक सवालों के जवाब जिस शालीनता और वाकपटुता से पंत जी दिया करते थे उसे न केवल विपक्ष ध्यान से सुनता था बल्कि सहमत भी होता था। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने एक मृदुभाषी, सरल हृदय एवं संसदीय कार्यों के ज्ञाता को खो दिया है जिसे कभी नहीं भूला जा सकता।

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