प्रशांत किशोर का छलका दर्द, कहा- मेरी भूमिका सीखना और सहयोग करना है
पूर्व चुनाव रणनीतिकार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सितंबर में पार्टी में लेकर आये। अपने विचारों को वह अक्सर ट्विटर पर साझा करते हैं।
पटना। बिहार में लोकसभा चुनावों के लिये कोई रणनीतिक पद नहीं दिये जाने से संभवत: आहत जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को कहा कि यह उनके राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत है और उनकी ‘‘भूमिका सीखने और सहयोग’’ की है।
बिहार में NDA माननीय मोदी जी एवं नीतीश जी के नेतृत्व में मजबूती से चुनाव लड़ रहा है।
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) March 29, 2019
JDU की ओर से चुनाव-प्रचार एवं प्रबंधन की जिम्मेदारी पार्टी के वरीय एवं अनुभवी नेता श्री RCP सिंह जी के मजबूत कंधों पर है।
मेरे राजनीति के इस शुरुआती दौर में मेरी भूमिका सीखने और सहयोग की है।
पूर्व चुनाव रणनीतिकार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सितंबर में पार्टी में लेकर आये। अपने विचारों को वह अक्सर ट्विटर पर साझा करते हैं। किशोर ने ट्वीट किया, ‘‘बिहार में राजग माननीय मोदी जी एवं नीतीश जी के नेतृत्व में मजबूती से चुनाव लड़ रहा है। जदयू की ओर से चुनाव-प्रचार एवं प्रबंधन की जिम्मेदारी पार्टी के वरीय एवं अनुभवी नेता श्री आरसीपी सिंह जी के मजबूत कंधों पर है। मेरे राजनीति के इस शुरुआती दौर में मेरी भूमिका सीखने और सहयोग की है।’’
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हालांकि किशोर बिहार से बाहर जदयू के प्रसार की संभावनाओं को तलाशने के लिये गठित तीन सदस्यीय टीम का हिस्सा हैं, जिसमें महासचिव और मुख्य प्रवक्ता के. सी. त्यागी और उनका नाम राज्य में पहले चरण के चुनाव में स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल है। ऐसे में कयास लगाये जा रहे हैं कि उनके दबदबे में कमी आयी है।
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