कश्मीर घाटी में कर्फ्यू जारी रहने से जनजीवन ठप्प
संघर्षों में 38 लोगों की मौत और 3100 से अधिक लोगों के घायल हो जाने के कारण पूरी कश्मीर घाटी में आज भी कर्फ्यू जारी है और आठवें दिन भी जनजीवन ठप्प है।
श्रीनगर। हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद हुये संघर्षों में 38 लोगों की मौत और 3100 से अधिक लोगों के घायल हो जाने के कारण पूरी कश्मीर घाटी में आज भी कर्फ्यू जारी है और आठवें दिन भी जनजीवन ठप्प है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘एहतियात के तौर पर काननू-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कश्मीर घाटी के सभी 10 जिलों में लगातार कर्फ्यूजारी है।’’ उन्होंने बताया कि घाटी में शुक्रवार की पथराव की घटनाओं की बड़ी संख्या को देखते हुये कर्फ्यू जारी रखने का निर्णय लिया गया।
अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंधात्मक आदेशों को कड़ाई से लागू करने के लिए पूरी घाटी में पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है। घाटी में अफवाह फैलाने वाली किसी भी घटना को रोकने के लिए मोबाइल टेलीफोन सेवाएं भी बंद रखी गयी है। अधिकारी ने बताया, ‘‘बीएसएनएल का केवल पोस्टपेड टेलीफोन काम कर रहा है।’’ एहतियाती उपाय के तहत घाटी में आज लगातार सातवें दिन मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं जबकि आज ट्रेन सेवाएं भी बंद हैं। अनंतनाग जिले के कोकरनाग इलाके में आठ जुलाई को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में बुरहान वानी और उसके दो सहयोगियों की मौत के बाद पिछले सप्ताह कश्मीर में हिंसक प्रदर्शन हुए। सुरक्षा बलों के साथ संघर्षों में एक जवान सहित 38 लोगों की मौत हो गयी जबकि सुरक्षा बलों के 1500 जवान सहित 3140 लोग घायल हो गये हैं। हड़ताल के अलगाववादियों के आह्वान और कर्फ्यू जैसे प्रतिबंधों के कारण कश्मीर में शनिवार से जनजीवन प्रभावित हुआ है। हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों और जेकेएलएफ ने हड़ताल का आह्वान किया है। अलगाववादी समूहों ने शुक्रवार को हड़ताल की अवधि बढ़ा कर सोमवार शाम तक कर दी।
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