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धार्मिक भावनाएं आहत और शिवलिंग की पूजा-अर्चना करने का मामला पहुंचा कोर्ट 

  • प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
  • मई 19, 2022  10:00

gyanvapi

Live Blog

Sep 12, 2022

14:33

ज्ञानवापी केस पर हिंदू पक्ष के हक में फैसला

ज्ञानवापी केस में आद सुनवाई हुई। हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा कि अदालत ने मुस्लिम पक्ष की याचिका को खारिज कर दिया और कहा कि मुकदमा विचारणीय है। मामले की अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी।

Jul 21, 2022

17:17

ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामला: हिन्दू पक्ष की भी दलीलें हुई पूरी, अगली सुनवाई 25 जुलाई को

ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में वाराणसी की जिला अदालत में हिन्दू पक्ष की दलीलें बृहस्पतिवार को पूरी हो गयीं। अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 25 जुलाई की तारीख नियत की है। हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता शिवम गौड़ ने बताया कि वादी राखी सिंह की तरफ से दलीलें पूरी हो गयी हैं। उत्तर प्रदेश सरकार, जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से सरकारी अधिवक्ता महेन्द्रनाथ पांडेय ने भी दलीलें रख दी हैं। उन्होंने बताया कि अब अगली सुनवाई की तारीख पर मुस्लिम पक्ष अपना प्रतिवाद रखेगा। इस मामले में अब दोनों पक्ष अपनी-अपनी दलीलें रख चुके हैं।

Jul 21, 2022

15:44

मस्जिद पक्ष की अपील पर SC ने कहा- वाराणसी कोर्ट के आदेश का इंतजार कीजिए

सुप्रीम कोर्ट में वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े मामले की सुनवाई हुई। ज्ञानवापी मस्जिद का प्रबंधन करने वाली अंजुमन इंटेजेमिया मस्जिद कमेटी द्वारा दायर याचिका में अदालत की तरफ से नियुक्त आयोग की मस्जिद का निरीक्षण और सर्वेक्षण वाली रिपोर्ट को चुनौती दी गई है। उच्चतम न्यायालय ने ‘कोर्ट कमिश्नर’ नियुक्त करने के इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ ज्ञानवापी मस्जिद समिति की अर्जी पर सुनवाई अक्टूबर महीने के पहले हफ्ते तक टाली। कोर्ट की तरफ से कहा गया कि वो वाद की स्थिरता पर वाराणसी जिला अदालत के फैसले का इंतजार करेगा।

Jul 20, 2022

16:28

ज्ञानवापी में मिले ढांचे की न्यायिक जांच कराने की मांग वाली याचिका खारिज

इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने मंगलवार को एक जनहित याचिका खारिज कर दी जिसमें वाराणसी के ज्ञानवापी में हाल ही में मिले ढांचे की जांच उच्च न्यायालय या उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से कराने का अनुरोध किया गया था। न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान और न्यायमूर्ति सुभाष विद्यार्थी की पीठ ने सुधीर सिंह और अन्य की याचिका पर सुनवाई के दौरान यह आदेश पारित किया। पीठ ने 10 जून को पहले ही क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र के अभाव में जनहित याचिका पर सुनवाई के लिए अनिच्छा व्यक्त की थी। अदालत ने अपने आदेश में कहा कि याची का मामला बनारस का है और वह लखनऊ पीठ के क्षेत्राधिकार में नहीं आता है।

Jul 04, 2022

15:52

ज्ञानवापी केस: पूरी हुई मुस्लिम पक्ष की दलील, अब 12 जुलाई को होगी अगली सुनवाई

ज्ञानवापी मामले को लेकर आज एक बार फिर से स्थानीय अदालत में सुनवाई हुई। आज की सुनवाई में मुस्लिम पक्ष की ओर से अपनी दलीलें पेश की गई हैं। खबर के मुताबिक मुस्लिम पक्ष ने आज अपने दलीलों को रखा है। इस मामले को लेकर अब अगली सुनवाई 12 जुलाई को होगी। ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद आज एक बार फिर से इस मामले की सुनवाई हुई है। मुस्लिम पक्ष के वकील अभय नाथ यादव ने पूरे 51 बिंदुओं पर अपनी दलील रखी है। आज की सुनवाई के दौरान कोर्ट रूम में सिर्फ 40 लोगों को ही जाने की अनुमति दी गई थी। आज की सुनवाई को देखते हुए सुरक्षा के भी कड़े बंदोबस्त किए गए थे।

Jul 04, 2022

10:02

वाराणसी की जिला अदालत में ज्ञानवापी मामले की फिर से सुनवाई, मुस्लिम पक्ष रखेगा दलीलें

वाराणसी जिला अदालत ज्ञानवापी मस्जिद परिसर विवाद की आज यानि सोमवार को एक बार फिर से सुनवाई करेगी। बता दें कि पांच महिलाओं ने श्रृंगार गौरी और अन्य देवताओं की पूजा करने की अनुमति की मांग की है। कोर्ट अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद की दलीलों पर सुनवाई फिर से शुरू करेगी। इससे पहले 30 मई को जिला जज एके विश्वेश ने मामले की अगली सुनवाई 4 जुलाई को तय की थी। मुस्लिम पक्ष ने याचिका की स्थिरता के खिलाफ तर्क दिया है।

Jun 11, 2022

16:13

नुपुर के समर्थन में प्रज्ञा, कहा- देवी-देवताओं का अपमान होगा तो ‘सच’ बताया जाएगा

भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी को लेकर देश के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शनों के बीच पार्टी की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नुपुर का समर्थन करते हुए कहा कि अगर कोई हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करता है, तो ऐसे लोगों को ‘सच’ बताया जाएगा। भोपाल की सांसद ठाकुर की टिप्पणी के बाद मध्य प्रदेश में विपक्षी दल कांग्रेस ने भाजपा से स्पष्टीकरण मांगा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नुपुर को विवादित टिप्पणी के कारण पार्टी से निलंबित कर चुकी है। ठाकुर ने शुक्रवार को भोपाल में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह सत्य है कि वहां (ज्ञानवापी में) भगवान शिव का मंदिर था, है और रहेगा। 

Jun 10, 2022

21:32

ज्ञानवापी में मिले ढांचे की सच्चाई का पता लगाने की मांग वाली याचिका पर विचार से इंकार

इलाहाबाद उच्‍च न्‍यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में हाल ही में मिले ढांचे की सच्चाई का पता लगाने के लिए उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक समिति के गठन का अनुरोध करने वाली एक जनहित याचिका (पीआईएल) पर विचार करने से इंकार कर दिया है। न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान और न्यायमूर्ति सुभाष विद्यार्थी की अवकाशकालीन पीठ ने सुधीर सिंह आदि की याचिका पर सुनवाई के बाद यह आदेश किया। अदालत ने विस्तृत आदेश बाद में जारी करने को कहा है। याचिका का उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से विरोध करते हुए मुख्य स्थायी अधिवक्ता (प्रभारी)अभिनव नारायण त्रिवेदी ने कहा कि याचिका क्षेत्राधिकार के अभाव में पोषणीय नहीं है क्योंकि वाराणसी क्षेत्र लखनऊ खंडपीठ के बजाय इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिकार क्षेत्र में आता है। 

Jun 08, 2022

15:59

ज्ञानवापी मामला:सच्चाई पता लगाने के लिए समिति गठित करने की मांग को लेकर याचिका दायर

इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में मंगलवार को एक जनहित याचिका दायर कर वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद में हाल में मिली एक विवादित ‘संरचना’ की सच्चाई का पता लगाने के वास्ते एक समिति गठित करने के लिए निर्देश देने का आग्रह किया गया है। जनहित याचिका पर नौ जून को न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान और न्यायमूर्ति सुभाष विद्यार्थी की अवकाशकालीन पीठ के समक्ष सुनवाई होने की संभावना है। यह जनहित याचिका छह लोगों सुधीर सिंह, रवि मिश्रा, महंत बालक दास, शिवेंद्र प्रताप सिंह, मार्कंडेय तिवारी, राजीव राय और अतुल कुमार ने दायर की है।

Jun 08, 2022

13:01

ज्ञानवापी परिसर के सर्वे का आदेश देने वाले जज को मिली धमकी, जांच के आदेश

ज्ञानवापी परिसर के वीडियोग्राफी का आदेश देने वाले दीवानी न्यायाधीश (सीनियर डिविजन) रवि कुमार दिवाकर को मंगलवार को एक धमकी भरा पत्र मिला है। वाराणसी के पुलिस आयुक्त ने बताया कि न्यायाधीश की सुरक्षा में नौ पुलिसकर्मी लगाए गए हैं और इस मामले की जांच की जा रही है। वाराणसी के दीवानी न्यायाधीश दिवाकर ने इस संबंध में अपर मुख्य सचिव (गृह), पुलिस महानिदेशक और पुलिस आयुक्त वाराणसी को पत्र लिखकर धमकी मिलने की जानकारी दी है।अधिकारियों को भेजे गये पत्र में दिवाकर ने लिखा है कि उन्हें यह पत्र ‘इस्लामिक आगाज़ मूवमेंट’ की ओर से काशिफ अहमद सिद्दीकी द्वारा भेजा गया है।

Jun 08, 2022

13:00

स्वामी अविमुक्तरेश्वरानंद सरस्वती ने अनशन समाप्त किया

 ज्ञानवापी परिसर में मिले कथित शिवलिंग की पूजा अर्चना करने के लिए अन्न जल त्याग कर अनशन पर बैठे स्वामी अविमुक्तरेश्वरानंद सरस्वती ने अपने गुरु जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के कहने पर करीब 108 घंटे बाद अपना अनशन बुधवार को समाप्त कर दिया। स्वामी अविमुक्तरेश्वरानंद ने बताया कि उनको अपने गुरु जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का पत्र प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि वह स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के आदेश पर अपना अनशन समाप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जगतगुरु के आदेश के अनुसार हम देश भर के साधु संतों को जुटाएंगे और अदिविश्वेश्वर ज्योतिर्लिंग का मंदिर बनवाने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान चलाएंगे।

Jun 07, 2022

22:09

ज्ञानवापी मामले की सुनवाई कर रहे जज रवि दिवाकर को धमकी

वाराणसी में ज्ञानवापी मामले की सुनवाई कर चुके सिविल जज रवि दिवाकर को एक बार फिर से धमकी भरी चिट्ठी भेजी गई है। इस चिट्ठी के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। जानकारी के मुताबिक यह धमकी भरी चिट्ठी इस्लामिक आजाद मूवमेंट नामक संस्था की ओर से दी गई है। खबर यह है कि न्यायाधीश रवि दिवाकर ने इस मामले को लेकर प्रमुख गृह सचिव को पूरी जानकारी दे दी है। इसके बाद उनकी सुरक्षा में भी बढ़ोतरी कर दी गई है। आपको बता दें कि न्यायाधीश रवि दिवाकर सिविल सीनियर डिवीजन वाराणसी कोर्ट में फिलहाल तैनात हैं। ज्ञानवापी मस्जिद मामले में यही सुनवाई कर रहे हैं और इन्हीं के आदेश के बाद ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे और वीडियोग्राफी का काम किया गया था।

Jun 07, 2022

08:56

विहिप ने की ईशनिंदा कानून लाने की मांग, ट्विटर पर कतर एअरवेज के बहिष्कार का समर्थन किया

 भारतीय जनता पार्टी के दो पदाधिकारियों द्वारा पैगंबर मोहम्मद के विरुद्ध कथित तौर पर बयान देने पर उपजे विवाद के बीच, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने सोमवार को कहा कि भारत में ईशनिंदा के विरुद्ध एक “कड़ा कानून” होना चाहिए। विहिप ने कतर एअरवेज का बहिष्कार करने का आह्वान करते हुए चलाए जा रहे ‘ट्विटर ट्रेंड’ का भी समर्थन किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध संगठन ने उक्त विवाद पर कतर सरकार के रुख पर सवाल उठाया और कहा कि वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में हाल में “मिले” शिवलिंग को जब कुछ लोगों ने फव्वारा बताया तो इससे हिंदू मान्यताओं का अपमान हुआ। विहिप के बयान से एक दिन पहले सऊदी अरब, कतर, ईरान और कुवैत ने पैगंबर के विरुद्ध दिए गए बयान पर अपनी निंदा प्रकट की थी और “मान्यताओं तथा धर्मों का सम्मान” करने का आह्वान किया था। संगठन के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कतर सरकार के रुख पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, “हिंदू विरोधी और राष्ट्र विरोधी एम. एफ. हुसैन के लिए प्रेम और नूपुर शर्मा की निंदा… वाह कतर सरकार… ! कतर एअरवेज का बहिष्कार करें।” विहिप के एक अन्य प्रवक्ता विजय शंकर ने ट्वीट किया, “भारत में, ईशनिंदा कानून की अब बहुत जरूरत है।” उन्होंने कहा, “काशी में शिवलिंग को फव्वारा बताकर हिंदू मान्यताओं का अपमान किया गया, अब यह देखना है कि उनके साथ क्या कार्रवाई की जाएगी।” 

Jun 07, 2022

08:56

विपक्ष की नूपुर, जिंदल की गिरफ्तारी की मांग, विवादित बयान की कई और देशों ने की निंदा

नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए दबाव बढ़ाते हुए विपक्षी दलों ने सोमवार को मांग की कि पैगंबर मोहम्मद पर उनकी विवादास्पद टिप्पणी के लिए उन्हें गिरफ्तार किया जाए और भाजपा पर देश की छवि खराब करने का आरोप लगाया। सत्तारूढ़ दल को जहां घरेलू स्तर पर अधिक आलोचना का सामना करना पड़ा, वहीं इसका राजनयिक असर भी होता दिख रहा है और विवादास्पद टिप्पणी को लेकर सऊदी अरब, बहरीन, इंडोनेशिया, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात व अफगानिस्तान भी कई अन्य मुस्लिम देशों के साथ एक सुर में आलोचना करते दिखे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मामले को सुलझाने की कोशिश के तहत सोमवार को अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को निलंबित कर दिया था और दिल्ली के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित कर दिया था, लेकिन कांग्रेस, आप, बसपा, सपा और वामपंथी दलों जैसे विपक्षी दलों ने इसे केवल “नाटक” और “दिखावा” करार देते हुए खारिज कर दिया और और दोनों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की। शर्मा जहां अपनी टिप्पणी को लेकर विभिन्न शहरों में प्राथमिकी का सामना कर रही हैं, वहीं दिल्ली पुलिस ने अब उनकी शिकायत पर एक प्राथमिकी दर्ज की है जिसमें उन्होंने जान से मारने की धमकी मिलने का आरोप लगाया है। 

Jun 06, 2022

22:58

विहिप ने की ईशनिंदा कानून लाने की मांग

भारतीय जनता पार्टी के दो पदाधिकारियों द्वारा पैगंबर मोहम्मद के विरुद्ध कथित तौर पर बयान देने पर उपजे विवाद के बीच, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने सोमवार को कहा कि भारत में ईशनिंदा के विरुद्ध एक “कड़ा कानून” होना चाहिए। विहिप ने कतर एअरवेज का बहिष्कार करने का आह्वान करते हुए चलाए जा रहे ‘ट्विटर ट्रेंड’ का भी समर्थन किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध संगठन ने उक्त विवाद पर कतर सरकार के रुख पर सवाल उठाया और कहा कि वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में हाल में “मिले” शिवलिंग को जब कुछ लोगों ने फव्वारा बताया तो इससे हिंदू मान्यताओं का अपमान हुआ। विहिप के बयान से एक दिन पहले सऊदी अरब, कतर, ईरान और कुवैत ने पैगंबर के विरुद्ध दिए गए बयान पर अपनी निंदा प्रकट की थी और “मान्यताओं तथा धर्मों का सम्मान” करने का आह्वान किया था। 

Jun 06, 2022

11:56

भाजपा ज्ञानवापी मस्जिद में ‘शिवलिंग’ खोजने में व्यस्त हैं: शिवसेना सांसद संजय राउत

वहीं, भाजपा ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘सम्राट पृथ्वीराज’ जैसी फिल्मों के प्रचार में व्यस्त में है।” उन्होंने कोई विवरण दिए बिना दावा किया कि कश्मीर में श्रीनगर से पुलवामा तक कम से कम 20 मुस्लिम सुरक्षाकर्मियों की हत्या की जा चुकी है। राउत ने कहा, “भाजपा नेता इस बारे में कुछ नहीं बोल रहे हैं। वे ताजमहल (आगरा) और ज्ञानवापी मस्जिद (वाराणसी) में ‘शिवलिंग’ खोजने में व्यस्त हैं।” उन्होंने कश्मीर में हालात ‘अच्छे न होने’ के बीच केंद्र की सत्ता में आठ साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए भी भाजपा पर निशाना साधा।

Jun 04, 2022

10:21

हिंदू संत स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, हमें ज्ञानवापी में शिवलिंग पर पूजा करने की अनुमति दी जाए

Jun 03, 2022

17:44

ज्ञानवापी पर अदालत का फैसला सर्वमान्य होना चाहिए: भागवत

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने बृहस्पतिवार को कहा कि ज्ञानवापी विवाद में आस्था के कुछ मुद्दे शामिल हैं और इस पर अदालत का फैसला सर्वमान्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर मस्जिद में शिवलिंग तलाशने और रोजाना एक नया विवाद खड़ा करने की जरूरत नहीं है। नागपुर में संगठन के एक प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि आरएसएस पहले ही यह स्पष्ट कर चुका है कि अयोध्या आंदोलन में संगठन की भागीदारी एक अपवाद थी और संघ भविष्य में ऐसे आंदोलन में शामिल नहीं होगा। संघ प्रमुख ने कहा, अब ज्ञानवापी मस्जिद (वाराणसी) का मामला चल रहा है। इतिहास को हम बदल नहीं सकते। वो इतिहास हमारे द्वारा नहीं बनाया गया और ना ही आज के हिंदुओं और मुसलमानों द्वारा बनाया गया। यह उस समय हुआ, जब इस्लाम आक्रांताओं के साथ भारत आया। 

Jun 03, 2022

14:19

मुस्लिम को न ‘भड़काएं’ , सांप्रादायिक विद्वेष फैलाने से बचें: विहिप ने जमीयत से कहा

श में कथित रूप से बढ़ती सांप्रदायिकता पर चिंता व्यक्त करने को लेकर मुस्लिम संगठन जमीयत-उलेमा-ए-हिंद की आलोचना करते हुए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने सोमवार को कहा कि मुस्लिम नेताओं को अपने समुदाय को ‘भड़काना’ नहीं चाहिए और मुस्लिमों पर अत्याचार की ‘झूठी कहानियां’ फैलाकर सांप्रदायिक विद्वेष पैदा करने से बचना चाहिए। जमीयत ने भाजपा नीत सरकार पर बहुसंख्यक समुदाय के दिमाग में ज़हर घोलने वालों को संरक्षण देने का आरोप लगाया था और देश में कथित रूप से बढ़ती सांप्रदायिकता पर चिंता व्यक्त की थी। 

Jun 03, 2022

14:18

अविमुक्तेश्वरानंद ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग की पूजा करेंगे

शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य अविमुक्तेश्वरानंद ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि वे ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग की चार जून को पूजा करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन उन्हें पूजा करने से रोकता है तो वह शंकराचार्च को अवगत कराएंगे और उसके बाद शंकराचार्य जो निर्णय करेंगे, उस पर अमल किया जाएगा। स्वामी अविमुक्तरेश्वरानंद ने वाराणसी के श्री विद्यामठ में संवताताओं से कहा कि धर्म के मामले में धर्माचार्य का फैसला अंतिम होता है। उन्होंने कहा, ‘‘जैसे कानून की व्याख्या उच्चतम अदालत करती है वैसे ही किसी भी धर्म की व्याख्या धर्माचार्य करते हैं।

Jun 02, 2022

10:11

पैगम्बर मुहम्मद पर ‘आपत्तिजनक टिप्पणी’ को लेकर भाजपा की नुपूर शर्मा के खिलाफ पुणे में प्राथिमकी

टेलीविजन समाचार चैनल पर परिचर्चा के दौरान पैगम्बर मुहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के जरिये धार्मिक भावनाओं को आहत करने आरोप में भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नुपूर शर्मा के खिलाफ महाराष्ट्र के पुणे में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुणे नगर निगम के पूर्व पार्षद अब्दुल गफूर पठान की शिकायत पर मंगलवार को कोंढवा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘यह प्राथमिकी अब्दुल गफूर पठान के बयान के आधार पर दर्ज की गयी थी। 

Jun 01, 2022

09:54

राजस्थान में पूरी ताकत से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे: ओवैसी

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव पूरी ताकत से लड़ेगी और जुलाई के आखिर तक अपनी राज्य इकाई बना लेगी। पार्टी ने राज्य में किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन को लेकर अपने विकल्प खुले रखे हैं। एआईएमआईएम के राष्ट्रीय संयोजक असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘पार्टी ने राजस्थान में अपने संगठन को खड़ा करने के लिए कोर कमेटी गठित की है। 

Jun 01, 2022

09:54

विवादास्पद धार्मिक मामलों का हल संविधान के तहत किया जाएगा: नड्डा

देश के सांस्कृतिक विकास के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सोमवार को कहा कि विवादित धार्मिक विषयों का फैसला अदालतों के द्वारा और संविधान के तहत किया जाएगा तथा फैसलों को भाजपा अक्षरश: लागू करेगी। वाराणसी (काशी) और मथुरा में मंदिरों को वापस प्राप्त करना क्या अब भी भारतीय जनता पार्टी का एजेंडा है? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने यह कहा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पालमपुर में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राम जन्मभूमि मुद्दे पर एक प्रस्ताव पारित किया था। उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद कोई प्रस्ताव नहीं लाया गया है। ’’

Jun 01, 2022

09:53

अदालत ने महिला याचिकाकर्ताओं की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफ की कॉपी वापस कर दी

ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वेक्षण का वीडियो लीक होने के बाद चार महिला याचिकाकर्ता मंगलवार को यहां के जिला न्यायाधीश की अदालत में सर्वेक्षण रिपोर्ट, वीडियोग्राफी और फोटोग्राफ की कॉपी सीलबंद लिफाफे में जमा कराने पहुंचीं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हालांकि जिला न्यायाधीश ए के विश्वेश ने महिलाओं को सामग्री वापस कर दी। 

May 31, 2022

16:25

आज कोर्ट ने सीडी वापस नहीं लिया है

May 31, 2022

11:25

हम 4 तारीख को होने वाली सुनवाई की मेरिट्स तैयारी कर रहे हैं: हिंदू पक्ष के वकील

May 31, 2022

10:01

भगवान राम, कृष्ण और शिव की वजह से भारत विश्वगुरु बना :चौधरी

 वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा में शाही ईदगाह मामले अदालत में विचाराधीन होने के बीच उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ मंत्री ने सोमवार को कहा कि भगवान राम, भगवान कृष्ण और भगवान शिव की वजह से ही भारत विश्वगुरु बना और ये भगवान भारत की पहचान हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई सरकार, संगठन या कोई समुदाय इन देवताओं से जुड़े स्थानों को सुशोभित करना चाहता है, तो किसी को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए। उप्र के गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा, अयोध्या भगवान राम का जन्मस्थान है, मथुरा भगवान कृष्ण का जन्मस्थान है, और काशी दुनिया का सबसे पुराना शहर है, जिसे भगवान शिव द्वारा बसाया गया था। 

May 31, 2022

10:01

विवादास्पद धार्मिक मामलों का हल संविधान के तहत किया जाएगा: नड्डा

देश के सांस्कृतिक विकास के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सोमवार को कहा कि विवादित धार्मिक विषयों का फैसला अदालतों के द्वारा और संविधान के तहत किया जाएगा तथा फैसलों को भाजपा अक्षरश: लागू करेगी। वाराणसी (काशी) और मथुरा में मंदिरों को वापस प्राप्त करना क्या अब भी भारतीय जनता पार्टी का एजेंडा है? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने यह कहा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पालमपुर में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राम जन्मभूमि मुद्दे पर एक प्रस्ताव पारित किया था। उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद कोई प्रस्ताव नहीं लाया गया है। ’’

May 30, 2022

17:42

मुसलमानों से देश छोड़ने की बात कहने वालेखुद देश छोड़ें: महमूद मदनी

 प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद (महमूद मदनी समूह) के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने रविवार को कहा कि जो लोग मुसलमानों से देश छोड़ने की बात कहते हैं वे खुद देश छोड़कर चले जाएं। संगठन की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, मदनी ने समान नागरिक संहिता लागू करने की कुछ राज्यों की योजना पर आपत्ति जताते हुए कहा,“ इससे समुदाय के लोगों को डरने की जरूरत नहीं है।” उन्होंने मुस्लिम समुदाय से धर्म के प्रति आस्थावान बने रहने और दृढ़ता का परिचय देने की गुजारिश की। राज्यसभा के पूर्व सदस्य जमीयत की प्रबंधन समिति के सालाना दो दिवसीय अधिवेशन के अंतिम दिन आयोजित सत्र को संबोधित कर रहे थे।

May 30, 2022

16:22

ज्ञानवापी मामले में 4 जुलाई को होगी अगली सुनवाई

ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में दायर याचिकाओं की सस्टेंब्लिटी को लेकर वाराणसी जिला अदालत में सुनवाई हुई। इस दौरान दोनों पक्षों (हिंदू और मुस्लिम पक्ष) ने अपनी-अपनी दलीलें पेश की गई। जिसके बाद अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 4 जुलाई की तारीख तय की।

May 30, 2022

15:46

वक्त की संपत्ति है ज्ञानवापी मस्जिद: मुस्लिम पक्ष का दावा

वाराणसी जिला अदालत में मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता अभय नाथ यादव ने अपनी दलीलों में ज्ञानवापी मस्जिद को वक्फ संपत्ति बताया है।

May 30, 2022

14:32

वाराणसी कोर्ट में ज्ञानवापी केस में सुनवाई जारी, मुस्लिम पक्ष रख रहा अपनी दलीलें

ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी को लेकर दायर याचिकाओं की सस्टेंब्लिटी को लेकर जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में सुनवाई शुरू जारी है। मुस्लिम पक्ष की तरफ से दलील रखी जा रही है। 

May 30, 2022

14:23

ज्ञानवापी मामले की सुनवाई शुरू हुई

ज्ञानवापी मामले को लेकर जिला कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है। 

May 28, 2022

22:28

ज्ञानवापी सर्वे में मिले साक्ष्यों ने हिंदू समाज को सुखद अनुभूति दी: डा. साक्षी महाराज

भारतीय जनता पार्टी के सांसद स्वामी सच्च्दिानंद हरि साक्षी महाराज ने शनिवार को ज्ञानवापी मामले पर कहा कि अदालत के आदेश पर गठित टीम के सर्वे में मिले साक्ष्यों ने हिंदू समाज को सुखद अनुभूति प्रदान की है। सदर तहसील के अन्तर्गत सोनबरसा पोखरा पर संत खरखर दास आश्रम द्वारा आयोजित भंडारे में शामिल होने पहुंचे उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि आक्रांताओं ने मंदिरों का स्वरूप बदलने के बाद कई अवशेष छोड़ दिए थे। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ की भूमि पर ज्ञानवापी में न्यायालय के आदेश पर गठित टीम की ओर से किए गए सर्वे में मिले साक्ष्यों ने हिंदू समाज को सुखद अनुभूति प्रदान की है। गौरतलब है कि दिल्ली निवासी राखी सिंह तथा अन्य की याचिका पर वाराणसी के सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर की अदालत ने पिछली 26 अप्रैल को ज्ञानवापी मस्जिद-श्रृंगार गौरी परिसर का वीडियोग्राफी सर्वे कराए जाने का निर्देश दिया था।

May 28, 2022

22:28

सरकार के संरक्षण में बहुसंख्यक समुदाय के दिमाग में जहर घोला जा रहा है: जमीयत

देश के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत-उलेमा-ए-हिंद ने देश में कथित तौर पर बढ़ती साम्प्रदायिकता पर चिंता व्यक्त करते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि सभाओं में अल्पसख्यकों के खिलाफ कटुता फैलाने वाली बातें की जाती हैं लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। संगठन ने केंद्र सरकार पर सदियों पुराने भाईचारे को समाप्त करने का आरोप भी लगाया। उसने यह आरोप भी लगाया कि देश के बहुसंख्यक समुदाय के दिमाग में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार के ‘‘संरक्षण में ज़हर घोला जा रहा है’’। जमीयत ने दावा किया कि ‘छद्म राष्ट्रवाद’ के नाम पर राष्ट्र की एकता को तोड़ा जा रहा है जो न सिर्फ मुसलमानों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए बेहद खतरनाक है। उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले के देवबंद में जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के सालाना दो दिवसीय मुंतज़िमा (प्रबंधक समिति) के अधिवेशन में एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें ‘केंद्र सरकार से उन तत्वों पर और ऐसी गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाने’ का आग्रह किया गया है जो लोकतंत्र, न्यायप्रियता और नागरिकों के बीच समानता के सिद्धांतों के खिलाफ हैं और इस्लाम तथा मुसलमानों के प्रति कटुता फैलाती हैं।  

May 27, 2022

10:25

ज्ञानवापी प्रकरण : अधूरी रही मुस्लिम पक्ष की दलील, अगली सुनवाई 30 मई को

 वाराणसी की जिला अदालत ने ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में मुकदमे की सुनवाई करने या नहीं करने के मसले पर बृहस्पतिवार को संबंधित पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अगली सुनवाई के लिये 30 मई की तारीख नियत की। शासकीय अधिवक्ता राणा संजीव सिंह ने बताया कि मुस्लिम पक्ष ने आज मुकदमे की पोषणीयता (मुकदमे की सुनवाई करने या नहीं करने) पर अपनी दलील रखी। उनके अनुसार हालांकि अभी दलील पूरी नहीं हो पायी, जिसके बाद अदालत ने अगली सुनवाई की तिथि 30 मई नियत कर दी है। सिंह ने बताया कि अगली सुनवाई के दिन अधूरी दलील को जारी रखा जाएगा। हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु जैन ने बताया कि ज्ञानवापी परिसर में प्राप्त शिवलिंग मुस्लिम पक्ष के कब्जे में था। उन्होंने कहा, ‘‘ उन लोगों ने पहले शिवलिंग से छेड़छाड़ की है, जो साफ दिख रहा है। इस मुद्दे को भी हम न्यायालय में आगे उठायेंगे।

May 26, 2022

15:18

ज्ञानवापी मामले में वाराणसी कोर्ट में शुरू हुई सुनवाई

ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में वाराणसी जिला कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है। इस दौरान कोर्ट परिसर में 36 लोग मौजूद हैं और थोड़ी देर में फैसला आ सकता है।

May 25, 2022

10:28

ज्ञानवापी मस्जिद का नाम बदलकर ज्ञानवापी मंदिर करने संबंधी मेल पर विवाद

ई-मेल के जरिये पूर्व छात्रों को गूगल मैप पर वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद का नाम बदलकर ज्ञानवापी मंदिर करने संबंधी विवाद पर स्कूल ने सफाई दी है। स्कूल ने कहा कि उक्त ई-मेल बिना उचित जांच प्रक्रिया के भेजा गया। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले यहां एक निजी स्कूल के पूर्व छात्रों को ई-मेल भेजा गया था जिसमें स्थान का नाम बदलने की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी और निर्देश दिए गए थे। इस ईमेल की पूर्व छात्रों के एक धड़े और सोशल मीडिया उपयोकर्ताओं ने कड़ी निंदा की थी। कथित ई-मेल में कहा गया था, ‘‘आप से यह करने (गूगल मैप पर नाम बदलने) का अनुरोध किया जाता है।साथ ही हमारे हिंदू भाइयों और बहनों से भी तब तक करने का अनुरोध किया जाता है जब तक गूगल यह बदलाव (नाम बदलने को)कर नहीं देता। ’’ करीब 50 साल पुराना होने कादावा करते हुए न्यू होराइजन पब्लिक स्कूल ने यहां जारी बयान में कहा कि वह विविधता का सम्मान करता है और छात्रों के लिए सुरक्षित और समावेशी माहौल को बढ़ावा देता है।’’ 

May 25, 2022

10:28

ज्ञानवापी मामले में आपत्तिजनक पोस्ट करने वाला युवक गिरफ्तार

 वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के दावे के बाद सोशल मीडिया पर इससे संबंधित आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाले युवक को थाना कासना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। कासना के थानाध्यक्ष संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि 17 मई को अतिउर रहमाननामक व्यक्ति ने अपने ट्विटर हैंडल पर दो समुदाय को बीच धार्मिक व सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने तथा धार्मिक भावनाओं को आहत करने के उद्देश्य से ज्ञानवापी प्रकरण से संबंधित आपत्तिजनक ट्वीट किया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में थाना कासना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज किया था। शुक्ला ने बताया कि घटना की जांच कर रही पुलिस ने आज एक सूचना के आधार पर रहमान को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि उसके पास से पुलिस ने वह मोबाइल फोन भी बरामद किया है जिसके माध्यम से उसने ट्वीट किया था।

May 25, 2022

10:28

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद:न्यायालय में नयी याचिका दाखिल कर कार्यवाही में हस्तक्षेप का अनुरोध

 उच्चतम न्यायालय में एक नयी याचिका दाखिल कर ज्ञानवापी मस्जिद विवाद में हस्तक्षेप का अनुरोध किया गया है। इसमें दलील दी गयी है कि मुसलमान किसी भूखंड पर मस्जिद का दावा करते हुए कोई अधिकार नहीं जता सकते , जब तक कि इसका निर्माण कानूनी रूप से स्वामित्व और नियंत्रण वाली पवित्र जमीन पर नहीं किया गया हो। याचिकाकर्ता ने कहा कि देवों में निहित संपत्ति देवों की होती है, भले ही किसी व्यक्ति ने उस पर अवैध कब्जा किया हो और उस पर नमाज अदा की जा रही हो। वकील अश्विनी कुमार उपाध्याय ने अधिवक्ता अश्विनी कुमार दुबे के माध्यम से दाखिल याचिका में कहा कि केवल उन्हीं जगहों को संरक्षित किया जा सकता है, जिन्हें उन्हें बनाने वाले व्यक्ति के पर्सनल लॉ के अनुरूप बनाया गया है, लेकिन पर्सनल लॉ की अवज्ञा करते हुए निर्मित स्थानों को ‘उपासना स्थल’ नहीं कहा जा सकता।

May 24, 2022

20:49

ज्ञानवापी विवाद में बोले शरद पवार- वाराणसी का मंदिर जैसे पुराना है, वैसी ही मस्जिद भी बहुत पुरानी है

ज्ञानवापी मामले को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर अपनी बात लिखी है। दरअसल, देश में इस वक्त ज्ञानवापी का मुद्दा काफी बड़ा है। वाराणसी कोर्ट के आदेश के बाद ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे और वीडियोग्राफी कराई गई थी। इस वीडियोग्राफी के बाद हिंदू और मुस्लिम पक्ष के अपने-अपने दावे हैं। इन सबके बीच से शरद पवार ने अपने ट्वीट के जरिए कई बड़े दावे किए हैं। शरद पवार ने लिखा कि वाराणसी का मंदिर जैसे पुराना है, वैसी ही ज्ञानवापी मस्जिद भी बहुत पुरानी है। पिछले तीनसौ-चारसौ सालों में किसी ने भी मस्जिद का विषय निकाला नहीं। उन्होंने कहा कि अयोध्या का इश्यू खतम होने के बाद अभी वाराणसी का इश्यू निकालकर माहौल खराब करनेपर ध्यान दिया जा रहा है। 

May 24, 2022

15:55

ज्ञानवापी मामला : मुकदमे की पोषणीयता पर सुनवाई के लिए 26 मई की तारीख नियत

 ज्ञानवापी मस्जिद-श्रृंगार गौरी मामले में मुकदमे की पोषणीयता से संबंधित मामले पर सुनवाई के लिए वाराणसी जिला अदालत ने 26 मई की तारीख नियत की है। शासकीय अधिवक्ता राणा संजीव सिंह ने बताया कि अदालत ने उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार मुकदमे की पोषणीयता पर सुनवाई के लिए 26 मई की तारीख मुकर्रर की है। उन्होंने बताया कि यह मुकदमा चलाने लायक है या नहीं, इस पर अदालत 26 मई को सुनवाई करेगी। सिंह ने बताया कि इसके साथ ही अदालत ने कमीशन की कार्यवाही पर आपत्ति दाखिल करने के लिए दोनों पक्षों को एक सप्ताह का समय दिया है। मुस्लिम पक्ष के वकील अभय नाथ यादव ने बताया कि उन्होंने सोमवार को मामले की सुनवाई के दौरान कहा था कि उन्होंने अदालत में प्रार्थना पत्र देकर यह कहा है कि यह मुकदमा सुनने लायक नहीं है क्योंकि ज्ञानवापी प्रकरण की सुनवाई करना उपासना स्थल अधिनियम-1991 का उल्लंघन है। गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय की तीन सदस्यीय पीठ ने पिछली 20 मई को ज्ञानवापी मामले को वाराणसी के सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की अदालत से जिला जज के न्यायालय में स्थानांतरित करने का आदेश दिया था। न्यायालय का कहना था कि चूंकि यह मामला अत्यंत संवेदनशील है इसीलिए कोई तजुर्बेकार न्यायिक अधिकारी इस मामले को सुने। 

May 24, 2022

12:35

हिंदू सेना ने बनारस जिला न्यायालय में चल रहे परिसर विवाद में एक पक्ष होने के लिए एक आवेदन दायर किया

ज्ञानवापी अपडेट: हिंदू सेना ने बनारस जिला न्यायालय में चल रहे परिसर विवाद में एक पक्ष होने के लिए एक आवेदन दायर किया। चल रही दलील के अलावा, वे ज्ञानवापी स्थल को पूजा के उद्देश्य से हिंदुओं को पूरी तरह से सौंपने की भी अपील करते हैं।

May 24, 2022

12:13

आज तय होगी ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर सुनवाई की प्रक्रिया, पता चलेगा कौन से केस की होगी पहले सुनवाई

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के लिए आज का दिन बेहद अहम है. वाराणसी की जिला अदालत अपना फैसला सुनाने वाली है जिसमें ये तय होगा कि केस की सुनवाई किस दिशा में आगे बढ़ाई जाए और सबसे पहले कौन सी याचिका पर सुनवाई की जाए. सोमवार को हुई सुनवाई में हिंदू पक्ष और मुस्लिम पक्ष ने अपनी-अपनी दलील दी. 

May 24, 2022

12:12

श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद में कोर्ट कमिश्नर नियुक्त करने की मांग

उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में हिन्दू पक्ष ने वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर मामले की तरह श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद में भी अदालत से कोर्ट कमिश्नर नियुक्त करने का अनुरोध किया है। इस पर अदालत ने सोमवार को पक्षकारों से आपत्तियां आमंत्रित की। याचिकाकर्ताओं ने इस संबंध में एक अर्जी के जरिए अदालत से गुहार लगाई थी। अदालत के फैसले का हवाला देते हुए जिला शासकीय अधिवक्ता संजय गौड़ ने कहा, आपत्तियां आमंत्रित हैं, अगली सुनवाई एक जुलाई को होगी। अखिल भारत हिन्दू महासभा द्वारा सोमवार को सिविल जज की अदालत में पेश किए गए दावे में कहा कि जिस स्थान पर कथित ईदगाह मौजूद है वह वास्तविकता में भगवान श्रीकृष्ण के विशाल मंदिर का मूल गर्भगृह है। ठा. केशवदेव मामले के वादीगण यूनाइटेड हिन्दू फ्रण्ट, धर्मरक्षा संघ और एक अधिवक्ता की तरफ से अदालत में प्रार्थनापत्र देकर कहा गया है कि कोर्ट कमीशन से ईदगाह का सर्वे कराया जाए। अर्जी में आशंका जताई गई है कि अदालत के ग्रीष्मावकाश के दौरान प्रतिवादी सबूत नष्ट कर सकते हैं

May 23, 2022

15:44

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद: 1936 के मुकदमे में ब्रितानी काल की सरकार के रुख का जिक्र किया गया

उत्तर प्रदेश में वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद की बाहरी दीवार पर हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों की पूजा एवं दर्शन का अधिकार दिए जाने का अनुरोध करते हुए वाराणसी अदालत में एक दीवानी मुकदमा दायर करने वाली हिंदू महिला वादियों ने इसे वक्फ संपत्ति घोषित करने संबंधी 1936 के मुकदमे में ब्रितानी सरकार द्वारा अपनाए गए रुख का जिक्र किया है। वकील विष्णु शंकर जैन के जरिए दायर हलफनामे में पांच में से तीन महिला श्रद्धालुओं ने कहा कि 1936 में दीन मोहम्मद नामक व्यक्ति ने हिंदू समुदाय के किसी भी सदस्य पर अभियोग चलाए बिना दीवानी मुकदमा दायर किया था। उसने जिला मजिस्ट्रेट, बनारस और अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद, बनारस के माध्यम से केवल भारत के राज्य सचिव के खिलाफ अभियोग दायर करके यह घोषणा करने का अनुरोध किया था कि वाद में वर्णित चारों ओर की बाड़ समेत शहर में स्थित भूमि (एक बीघा नौ बिस्वा और छह धुर) वक्फ की है, जिस पर वादी (मोहम्मद) का कब्जा है। यह हलफनामा वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद का प्रबंधन करने वाली समिति अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद की याचिका के जवाब में दायर किया गया है, जिसमें मस्जिद के हालिया सर्वेक्षण को रद्द करने का अनुरोध किया गया है। हलफनामे में कहा गया है कि 1936 का मुकदमा कहता है कि मुसलमानों को विशेष रूप से ‘अलविदा’ नमाज पढ़ने और जरूरत पड़ने पर अन्य धार्मिक एवं कानूनी अधिकारों का प्रयोग करने का अधिकार है। शपथपत्र में कहा गया है, ‘‘यह अभिवेदन दिया जाता है कि मुसलमानों ने किसी परिणामी राहत का अनुरोध किए बिना केवल घोषणा का अनुरोध करते हुए उपर्युक्त मुकदमा दायर किया था। मुकदमे में हिंदू समुदाय से किसी भी व्यक्ति के खिलाफ अभियोग नहीं चलाया गया था। इसलिए इस मुकदमे में पारित आदेश हिंदू समुदाय के किसी भी सदस्य के लिए बाध्यकारी नहीं है, लेकिन हिंदू समुदाय के सदस्य किसी भी दस्तावेज, मानचित्र, साक्ष्य या किसी गवाह के बयान का संदर्भ दे सकते हैं या उस पर निर्भर कर सकते हैं।’’ इसमें वादी के आरोपों का खंडन करते हुए परिषद में भारत राज्य सचिव की ओर से दीवानी मुकदमे में दायर एक लिखित बयान का उल्लेख किया गया है जिसमें कहा गया था कि, ‘‘वहां स्थित मूर्तिया एवं मंदिर भारत में मुस्लिम शासन की शुरुआत होने से बहुत पहले से मौजूद हैं।’’ हलफनामे में कहा गया कि दीवानी मुकदमे में दाखिल लिखित बयान में (ब्रितानी शासनकाल में) भारत सरकार ने कहा था, ‘‘पक्के आंगन में कब्र, द्वार के सामने सीढ़ियां, चारों ओर पक्की बाड़ और पीपल का एक पेड़ समेत पूरी भूमि, जिस पर मस्जिद स्थित है, वह भारत सरकार की है और उसे कभी किसी मस्जिद को समर्पित नहीं किया गया है और ना ही ऐसा हो सकता है।’’ इसमें आगे बताया गया है कि लिखित बयान में कहा गया था, ‘‘ वहां स्थित मूर्तिया एवं मंदिर भारत में मुस्लिम शासन की शुरुआत होने के बहुत पहले से मौजूद है। उक्त गद्यांश में लगाए गए अन्य आरोपों का खंडन किया जाता है। यह प्रतिवेदन दिया गया है कि गैर-मुसलमान अपने धार्मिक उद्देश्यों के लिए भूमि का उपयोग अधिकार के रूप में करते रहे हैं और इस पर उनका अधिकार है। यह आरोप निराधार हैं कि मस्जिद के प्रभारी व्यक्तियों ने उन्हें इसकी अनुमति दी थी।’’ शपथपत्र के अनुसार, बयान में कहा गया था, ‘‘... इस भूमि को कभी ईश्वर को समर्पित नहीं किया गया और न ही ऐसा किया जा सकता था और ईश्वर का कोई मालिकाना हित नहीं है... उस समय के मुसलमान या स्वयं औरंगजेब भी उस जमीन का मालिक नहीं था, जिस पर विश्वनाथ का पुराना मंदिर था और जिसे औरंगजेब ने धार्मिक आधार पर घृणा के कारण नष्ट कर दिया था, इसलिए इसे मुस्लिम आस्था की सच्ची भावना के अनुसार समर्पित नहीं किया जा सकता।’’ हलफनामे में यह भी कहा गया है कि इतिहासकारों ने पुष्टि की है कि औरंगजेब ने नौ अप्रैल, 1669 को एक आदेश जारी किया था, जिसमें उसके प्रशासन को वाराणसी में भगवान आदि विश्वेश्वर (काशी विश्वनाथ मंदिर) के मंदिर को ध्वस्त करने का निर्देश दिया गया था। इसमें कहा गया है, ‘‘यह स्थापित करने के लिए रिकॉर्ड में कुछ भी नहीं है कि तत्कालीन शासक या बाद के किसी अन्य शासक ने विवादित भूमि पर वक्फ बनाने या किसी मुस्लिम अथवा मुसलमानों के निकाय को जमीन सौंपने का कोई आदेश पारित किया था। ऐसा बताया जाता है कि औरंगजेब द्वारा जारी फरमान की प्रति एशियाई पुस्तकालय कोलकाता में है।’’ इसमें कहा गया है कि उक्त संपत्ति किसी वक्फ की नहीं है और यह ब्रिटिश कैलेंडर वर्ष की शुरुआत से लाखों साल पहले ही देवता ‘आदि विश्वेश्वर’ का स्थान थी तथा अब भी यह देवता की संपत्ति है।

May 23, 2022

15:09

वाराणसी जिला कोर्ट में लगभग 45 मिनट तक चली सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट द्वारा शुक्रवार को ज्ञानवापी मस्जिद का मामला जिला जज को सौंपे जाने के बाद वाराणसी में जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत सोमवार को तीन याचिकाओं पर सुनवाई की।

ज्ञानवापी विवाद की जड़ यह है कि हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि मस्जिद का निर्माण 16 वीं शताब्दी में एक मंदिर के विध्वंस के बाद किया गया था, जबकि मुस्लिम पक्ष पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम का उल्लेख कर रहा है, जो इसे प्रतिबंधित करता है।

May 23, 2022

15:00

ज्ञानवापी मामले में 'शिवलिंग', वजूखाना शिफ्ट करने की अनुमति मांगने वाली याचिकाओं पर सुनवाई पूरी, कल आएगा फैसला

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद मामले पर आज वाराणसी की जिला कोर्ट में सुनवाई हुई. दोनों तरफ की दलीलें सुनकर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है. यह फैसला कल दोपबर 2 बजे तक आएगा।