क्या चिराग की नहीं सुन रहे LJP के इकलौते विधायक, JDU के पक्ष में किया वोट

बिहार विधानसभा में विधानसभा के उपसभापति के लिए चुनाव होना था जिसमें जदयू के महेश्वर हजारी कैंडिडेट थे। जब वोटिंग हुई तो महेश्वर हजारी को विपक्ष के बायकॉट के बाद 124 मत मिले। इसमें एनडीए के सहयोगी यानी बीजेपी, जदयू, वीआईपी और हम के विधायकों ने तो वोट किया ही लेकिन एलजेपी के एक मात्र विधायक राजकुमार सिंह ने भी महेश्वर हजारी के पक्ष में वोट किया। जिसके बाद महेश्वर हजारी विधानसभा के उपाध्यक्ष चुने गए। लेकिन राजकुमार सिंह के इस कदम से उनकी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी खफा दिख रही है।
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पार्टी ने मांगा स्पष्टीकरण
पार्टी ने राजकुमार सिंह से इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है। उनसे पूछा गया है कि पार्टी से बिना परामर्श किए एनडीए के पक्ष में वोट क्यों किया? लोक जनशक्ति पार्टी के प्रधान महासचिव अब्दुल खालिक की तरफ से विधायक राजकुमार सिंह से स्पष्टीकरण में पूछा गया है कि उपाध्यक्ष पद के चुनाव जैसे अहम मुद्दे पर मतदान के पूर्व अपने पार्टी से विमर्श क्यों नहीं किया। इसे गंभीर मामला मानते हुए जल्द ही इससे संबंधित पार्टी को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें।
विधायक ने दी सफाई
हालांकि विधायक राजकुमार सिंह ने बताया कि पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष चुनाव के दौरान एनडीए के पक्ष में मतदान का दिशा-निर्देश दिया था। जिसके तहत उन्होंने उपाध्यक्ष के चुनाव में भी वोटिंग की है। उनका कहना कहना है कि पार्टी की तरफ से उपाध्यक्ष चुनाव को लेकर कोई दिशा-निर्देश नहीं दिया गया था तो उन्होंने पूर्व के दिशा-निर्देश के आधार पर ही वोटिंग की है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी राजकुमार सिंह ने जदयू के वरिष्ठ नेता अशोक चौधरी से मुलाकात की थी। जिसके बाद से ही लोजपा विधायक के जदयू संग नजदीकियों के कयास लगाए जा रहे थे।