लॉकडाउन : भगवान जगन्नाथ की चंदन जात्रा, अक्षय तृतीया त्योहारों पर पुरी मंदिर परिसर के भीतर ही आयोजन
अक्षय तृतीया मंदिर के बाहर ‘रथ कला’ में मनाई जाती है जबकि चंदन जात्रा पुरी में एक सरोवर में आयोजित होती है। हालांकि उन्होंने कहा कि रथ जात्रा के आयोजन पर फैसला तीन मई के बाद लिया जाएगा।
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देब ने संवाददाताओं को बताया, “गुरुजी (शंकराचार्य) की सलाह पर, यह तय किया गया है कि अक्षय तृतीया और चंदन जात्रा दोनों का आयोजन मंदिर के परिसर में ही किया जाएगा। गुरुजी ने कहा कि मंदिर की परंपरा को बरकरार रखना होगा और सदियों पुराने अनुष्ठानों को रोका नहीं जा सकता।” उन्होंने कहा कि ये अनुष्ठान चुनिंदा पुजारी एवं सेवक करेंगे लेकिन श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर के भीतर आने की अनुमति नहीं होगी। गजपति महाराज ने पूर्व में कहा था कि मंदिर प्रशासन बंद के मद्देनजर मंदिर परिसर से बाहर कोई भी गतिविधि नहीं करेगा।
अक्षय तृतीया मंदिर के बाहर ‘रथ कला’ में मनाई जाती है जबकि चंदन जात्रा पुरी में एक सरोवर में आयोजित होती है। हालांकि उन्होंने कहा कि रथ जात्रा के आयोजन पर फैसला तीन मई के बाद लिया जाएगा। गजपति महाराज के अलावा, जगन्नाथ मंदिर प्रबंधन समिति, पुरी जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक ने शंकराचार्य से मुलाकात कर बंद के बीच अनुष्ठानों के तरीकों पर परामर्श लिया। गजपति महाराज ने कहा कि बंद के दिशा-निर्देश मंदिर के भीतर और बाहर धार्मिक कार्यक्रमों को प्रतिबंधित करते हैं।
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