लॉकडाउन ठीक है, लेकिन महाराष्ट्र सरकार को गरीबों की मदद करनी चाहिए: फडणवीस
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Apr 5 2021 8:19AM
फडणवीस ने कहा, लॉकडाउन या आंशिक लॉकडाउन ठीक है। हम सरकार का समर्थन करेंगे, लेकिन सरकार को गरीबों और मध्यम वर्ग को वित्तीय सहायता देने पर भी ध्यान देना चाहिए। विशेषज्ञों का हवाला देते हुए, फडणवीस ने कहा कि कोरोना वायरस का एक नया और अधिक संक्रामक स्वरूप रोगियों के फेफड़ों को तेजी से प्रभावित करता है।
मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को राज्य के लोगों से कोविड-19 के मामलों के प्रसार को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा घोषित प्रतिबंधों और सप्ताहांत लॉकडाउन का पालन करने की अपील की। विधानसभा में विपक्ष के नेता ने यह भी कहा कि सरकार को प्रतिबंधों के बाद गरीबों और मध्यम वर्ग के लोगों को वित्तीय सहायता प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बिजली बिलों के भुगतान में विफल रहने वाले लोगों से 5,000 करोड़ रुपये का बकाया वसूला था।
भाजपा नेता ने संवाददाताओं से कहा, सरकार को अभी इसे (बकाया राशि वसूलना) नहीं करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने रविवार को राज्य में शुक्रवार को रात आठ बजे से सोमवार को सुबह सात बजे तक सप्ताहांत लॉकडाउन की घोषणा की। सप्ताहांत लॉकडाउन के अलावा, सोमवार रात आठ बजे से सख्त प्रतिबंध लागू होंगे, जिसके तहत शॉपिंग मॉल, बार, रेस्तरां, छोटी दुकानें केवल सामान पैक कराने और पार्सल के लिए खुली रहेंगी। सरकारी कार्यालयों को अपनी क्षमता के 50 प्रतिशत पर ही कार्य करने की अनुमति होगी।BJP supports govt's decision to impose lockdown. People should abide by restrictions & follow COVID protocols. To ensure maximum vaccination, BJP workers would help people register and reach vaccination centers: Former Maharashtra CM & BJP leader Devendra Fadnavis pic.twitter.com/VL4V3OySLN
— ANI (@ANI) April 4, 2021
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फडणवीस ने कहा, लॉकडाउन या आंशिक लॉकडाउन ठीक है। हम सरकार का समर्थन करेंगे, लेकिन सरकार को गरीबों और मध्यम वर्ग को वित्तीय सहायता देने पर भी ध्यान देना चाहिए। विशेषज्ञों का हवाला देते हुए, फडणवीस ने कहा कि कोरोना वायरस का एक नया और अधिक संक्रामक स्वरूप रोगियों के फेफड़ों को तेजी से प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि लोगों के बीच वायरस के नए स्वरूप के बारे में जागरूकता पैदा की जानी चाहिए।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
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