अखाड़ा परिषद अध्यक्ष की मौत पर महंत धर्मदास ने कहा, मानसिक उत्पीड़न किया गया, घटना की हो सीबीआई जांच
निर्वाणी अनी अखाड़ा के महंत धर्म दास ने कहा कि उनके शिष्य के साथ संपत्ति को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है।निर्वाणी अनी अखाड़ा के महंत धर्मदास ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष इस संदिग्ध परिस्थिति में शव मिलने को लेकर आशंका व्यक्त किया है।
अयोध्या। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र देव गिरी किस संदिग्ध परिस्थिति में शव मिलने के बाद देश भर के संतो में आक्रोश है। वही अखाड़ा परिषद के साधु संतों में भी नाराजगी है। निर्वाणी अनी अखाड़ा के महंत धर्मदास ने इस घटना पर निंदा व्यक्त करते हुए उनके शिष्यों पर सीबीआई की जांच की मांग की है। उनके मुताबिक मानसिक उत्पीड़न की शिकार हुए हैं इसकी सत्यता सामने आनी चाहिए।
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निर्वाणी अनी अखाड़ा के महंत धर्मदास ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष इस संदिग्ध परिस्थिति में शव मिलने को लेकर आशंका व्यक्त किया है। और कहा है कि यह घटना भारतवर्ष के साधु समाज के लिए बहुत ही दुखद संदेश है। इसे हनुमान जी ही अब समन कर सकते हैं। अब महंत नरेंद्र गिरी जी के साथ हुए इस घटना की सीबीआई जांच हो और इसकी सत्य सत्य सामने आए यह जरूरी है नहीं तो यह एक परंपरा चल जाएगा धन-संपत्ति के लिए किसी का कोई भी हत्या कर सकता है।
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महंत धर्मदास ने कहा कि उनके शिष्य के द्वारा जमीन बेची जाने और संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था जिसको लेकर 5 माह पहले भी उसे अपने स्थान से बाहर कर दिया था लेकिन बाद में फिर समझौता होने के बाद स्थान पर वापस ले आए थे। आज की यह घटना बहुत ही निंदनीय है। इस घटना के सत्यता की जांच होनी चाहिए तो वही कहा कि संदेह के घेरे में वहां पर रहने वाले सभी शिष्य हैं। महंत नरेंद्र गिरि मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न के शिकार हो रहे थे। उनके शिष्य ने पहले भी कई स्थान पर आश्रम बना चुका है इसलिए अब इस घटना में कौन कौन लोग इंवॉल्व हैं। इसकी जांच होनी चाहिए और मैं भगवान से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं
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