माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति सहित 19 लोगों पर मामला दर्ज

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[email protected] । Apr 15 2019 9:14AM

तिवारी ने बताया कि माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में पिछले करीब 15 सालों के दौरान प्रशासनिक एवं आर्थिक अनियमितताएं हुईं, जिनकी जांच चल रही है।

भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में कथित तौर पर हुई प्रशासनिक एवं आर्थिक गड़बड़ियों के मामले में इस विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बृज किशोर कुठियाला सहित 19 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। ईओडब्ल्यू के अतिरिक्त महानिदेशक के.एन. तिवारी ने रविवार को बताया, ‘‘माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में हुई प्रशासनिक एवं आर्थिक गड़बड़ियों के मामले में कुठियाला सहित 19 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कुठियाला मुख्य आरोपी हैं।’’ हालांकि, उन्होंने कहा, ‘‘अभी इस एफआईआर में कोई राजनेता नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि इन लोगों के खिलाफ भादंवि की धारा 420, 409 एवं 120 (बी) के साथ-साथ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

तिवारी ने बताया कि माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में पिछले करीब 15 सालों के दौरान प्रशासनिक एवं आर्थिक अनियमितताएं हुईं, जिनकी जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि पिछली जनवरी में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी गोपाल रेड्डी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के पूर्व विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (ओएसडी) भूपेन्द्र गुप्ता एवं संदीप दीक्षित की तीन सदस्यीय समिति गठित की थी। पिछले मार्च में इन्होंने रिपोर्ट दी थी। इस रिपोर्ट के आधार पर विश्व विद्यालय के रजिस्ट्रार दीपेंद्र सिंह बघेल से आवेदन प्राप्त हुआ था, जिसमें विशेष तौर पर पिछले कुलपति कुठियाला के 2010 से लेकर 2018 के आठ साल के कार्यकाल में उनके द्वारा प्रशासनिक एवं आर्थिक अनियमितताओं की विस्तार से बताया गया था। उसके आधार पर हमने रिपोर्ट दर्ज की है।

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तिवारी ने बताया कि इसमें मुख्य आरोपी तत्कालीन कुलपति कुठियाला हैं और उनके साथ करीब 18 आरोपी और भी हैं। ये सभी उसी विश्वविद्यालय के ही लोग हैं, जो गलत तरीके से नियुक्त किये गये या जिन्होंने कुठियाला के संरक्षण में गलत तरीके से आर्थिक एवं प्रशासनिक अनियमितताएं की। उन्होंने कहा कि उदाहरण के लिए उन्होंने अपने इलाज के दौरान कुछ मेडिकल बिल रीइम्बर्स कराये थे, जिनको वह नहीं ले सकते थे। तिवारी ने बताया कि इस मामले में उनकी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जाएगा। उनसे आगे पूछताछ की जाएगी।

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