ममता बनर्जी ने किसानों को बताया भारत की ‘रीढ़ की हड्डी’, कहा- आखिरी सांस तक उनके साथ खड़े रहेंगे

Mamata Banerjee

बनर्जी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद याद किया कि उन्होंने देश के सैनिकों और किसानों को उत्साहित एवं प्रेरित करने के लिए 55 वर्ष पहले ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा दिया था।

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने किसानों को भारत की ‘‘रीढ़ की हड्डी’’ बताते हुए शुक्रवार को कहा कि चाहे जो भी हो, वह और उनकी पार्टी के सदस्य ‘‘अंतिम सांस तक उनके साथ खड़े रहेंगे।’’ बनर्जी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद याद किया कि उन्होंने देश के सैनिकों और किसानों को उत्साहित एवं प्रेरित करने के लिए 55 वर्ष पहले ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा दिया था। बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर याद कर रही हूं। 55 साल पहले, उन्होंने हमारे किसान भाइयों और बहनों के लिए हमें ‘जय जवान, जय किसान’ का प्रेरणादायक नारा दिया। चाहे जो भी हो, हम अपनी अंतिम सांस तक हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे।’’ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख नये कृषि कानूनों के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए जो कुछ भी किया है, उसका इतिहास गवाह है। 

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उन्होंने कहा, ‘‘किसान हमारे समाज की रीढ़ की हड्डी हैं। बंगाल में, हमारे किसानों की औसत वार्षिक आय 2011 के 91,000 रुपये से बढ़कर 2018 में 2.91 लाख रुपये हो गई। हमने उनके लाभ के लिए जो किया है, इतिहास उसका गवाह है। हम उनके लिए आवाज उठाते रहेंगे।’’ भारत के दूसरे प्रधानमंत्री शास्त्री का जन्म 1904 में आज के ही दिन हुआ था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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