ममता बनर्जी ने ईश्वर चंद्र विद्यासागर की नई प्रतिमा का किया अनावरण
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हर मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं मुख्य सचिव से सभी 10 मृतकों के परिवारों को आपदा प्रबंधन निधि से सहायता मुहैया कराने के लिए कहूंगी।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 19वीं सदी के समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर की नयी आवक्ष प्रतिमा मंगलवार को उस कॉलेज में स्थापित की, जिसमें पिछले महीने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोडशो के दौरान पुरानी प्रतिमा को नष्ट कर दिया गया था। उन्होंने कॉलेज के प्रांगण में विद्यासागर की 8.5 फुट लंबी सफेद फाइबर ग्लास की प्रतिमा का भी अनावरण किया। हेयर स्कूल के समीप प्रतिमा का अनावरण करने के बाद बनर्जी ने कहा कि राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा में दस लोगों की मौत हो गई और उनमें से आठ उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के थे। उन्होंने बताया कि अन्य दो भाजपा समर्थक थे। बनर्जी ने कहा कि हर मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं मुख्य सचिव से सभी 10 मृतकों के परिवारों को आपदा प्रबंधन निधि से सहायता मुहैया कराने के लिए कहूंगी। उन्होंने कहा कि सभी मामलों की जांच की जायेगी।
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राज्य में 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर भाजपा की जीत के बाद पश्चिम बंगाल के विभिन्न स्थानों पर हिंसा हुई। तृणमूल को भाजपा से महज चार सीटें अधिक यानि 22 सीटें मिलीं। राज्य के उत्तर 24 परगना, कूचबिहार, हावड़ा और पश्चिम बर्द्धमान सहित कई जिलों में सत्तारूढ़ तृणमूल एवं भाजपा के बीच झड़प हुई थी जिसमें कई लोग मारे गये थे और कई घायल हुए थे। भाजपा नेताओं का दावा है कि 2021 के विधानसभा चुनाव में वे तृणमूल को राज्य के सत्ता से बाहर कर देंगे। ममता बनर्जी ने दावा किया कि भाजपा बंगाल को गुजरात बनाने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि मैं जेल जाने के लिए तैयार हूं लेकिन ऐसा होने नहीं दूंगी। बनर्जी ने यहां हेयर स्कूल में हुए कार्यक्रम में नयी आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया और फिर खुली जीप में विद्यासागर कॉलेज गईं जहां इसे उसी स्थान पर स्थापित किया गया जहां पुरानी प्रतिमा लगी हुई थी।
कार्यक्रम में प्रख्यात कवि, लेखक और वरिष्ठ मंत्री भी मौजूद रहे। प्रतिमा को तोड़े जाने के बाद आरोप-प्रत्यारोप का कटु दौर चला। बनर्जी और शाह ने एक-दूसरे की पार्टी के कार्यकर्ताओं पर प्रतिमा तोड़ने का आरोप लगाया था। सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने केंद्र पर आरोप लगाया था कि भाजपा उनकी सरकार को गिराने के लिये राज्य में हिंसा करा रही है। ममता के इस आरोप को पार्टी ने खारिज कर दिया। तृणमूल की शक्तिशाली नेता ने कहा, घायल शेरनी कहीं अधिक खतरनाक होती है। राज्य में हिंसा की बढ़ती घटनाओं के बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से राष्ट्रीय राजधानी में मुलाकात की और उन्हें राज्य के हालात की जानकारी दी।
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पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन को लागू किये जाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि बैठक के दौरान ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई। केंद्र ने पश्चिम बंगाल में हिंसा की लगातार घटनाओं पर रविवार गहरी चिंता जताते हुए कहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद भी हिंसा की स्थिति ज्यों की त्यों बने रहना राज्य सरकार की नाकामी प्रतीत होती है। राज्य सरकार को भेजे परामर्श में गृह मंत्रालय ने राज्य में कानून व्यवस्था एवं शांति बनाये रखने को कहा था। इस परामर्श से नाखुश बनर्जी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि हिंसा केंद्र सरकार द्वारा करायी जा रही है और भाजपा कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल में हिंसा को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।
तृणमूल कांग्रेस ने शाह को भी पत्र लिखकर इस परामर्श पर आपत्ति जतायी और इसे गहरी साजिश तथा विपक्ष शासित राज्य में सत्ता हथियाने की बदनीयत बताया। भाजपा ने हालांकि कहा कि वह पश्चिम बंगाल में अराजक स्थिति होने पर भी राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग नहीं करेगी क्योंकि इससे बनर्जी सहानुभूति वोट मांगेंगी। भाजपा ने पार्टी के विजय जुलूस समेत राजनीतिक कार्यक्रमों पर उनके रोक का विरोध करने का संकल्प लिया।
Unveiling of Vidyasagar's Bust at College Street by @MamataOfficial earlier today
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) June 11, 2019
কলেজ স্ট্রিটে ঈশ্বরচন্দ্র বিদ্যাসাগরের আবক্ষ মূর্তির পুনঃস্থাপন করলেন মমতা বন্দ্যোপাধ্যায় pic.twitter.com/uEudWU8y4z
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