पश्चिम बंगाल में भाजपा के बढ़ते कद को रोकने के लिए ममता बनर्जी ने बनाई ये रणनीति
बनर्जी ने सभी उम्मीदवारों और वरिष्ठ नेताओं के साथ करीब घंटे भर चली बैठक के बाद कहा, हमने पार्टी संगठन में कई बदलाव किए हैं। अच्छी टक्कर देने के बावजूद हारने वाले उम्मीदवारों को अतिरिक्त जिम्मेदारियां दी गयी हैं।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अच्छे प्रदर्शन के बाद तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को पार्टी के संगठन में फेरबदल किए। इसके साथ ही बनर्जी ने पार्टी में नंबर दो माने जाने वाले अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी से कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां वापस ले ली है।
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ममता ने अभिषेक से उन सारे जिलों की कमान वापस ले ली है, जहां भाजपा ने जीत दर्ज की है। पार्टी अध्यक्ष ने अन्य नेताओं को यह जिम्मेदारी दे दी है। बनर्जी ने सभी उम्मीदवारों और वरिष्ठ नेताओं के साथ करीब घंटे भर चली बैठक के बाद कहा, हमने पार्टी संगठन में कई बदलाव किए हैं। अच्छी टक्कर देने के बावजूद हारने वाले उम्मीदवारों को अतिरिक्त जिम्मेदारियां दी गयी हैं।
West Bengal CM Mamata Banerjee: The central forces worked against us. An emergency situation was created. Hindu-Muslim division was done and votes were divided. We complained to the EC but nothing was looked into. pic.twitter.com/FSksMoXsBq
— ANI (@ANI) May 25, 2019
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इससे पहले शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ममता बनर्जी ने कहा था, 'मैं सीएम के पद पर रहकर लगातार काम नहीं करना चाहती थी और मैंने इस बारे में तृणमूल कांग्रेस को बताया था।' उन्होंने कहा, 'मैंने अपनी पार्टी को बताया था, 6 महीने से मैं काम करने की हालत में नहीं थी। मैं एक बिना शक्ति की सीएम थी। मैं इसे स्वीकार नहीं कर सकती। मैं सीएम के रूप में आगे नहीं बढ़ना चाहती। यह कुर्सी मेरे लिए कुछ नहीं है. पार्टी का चिन्ह मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।'
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