नड्डा पर हमले को ममता ने बताया ड्रामा, पूछा- कोई आप पर हमला कैसे कर सकता है?
वोटर कार्ड पहचान पत्र है। कुछ लोग हैं जिन्हें कोई काम नहीं है वे भाजपा में शामिल हो गए हैं। वे कह रहे हैं कि वे एनआरसी, सीएए और एनपीआर लागू करेंगे। लेकिन हम उन्हें ऐसा नहीं करने देंगे, मैं चाहती हूं कि लोग वोटर कार्ड का महत्व समझें।
सिलीगुड़ी में सात दिसंबर को एक विरोध प्रदर्शन रैली के दौरान एक भाजपा कार्यकर्ता की मौत की घटना के बाद उनका यह बयान आया है। पुलिस ने दावा किया है कि सशस्त्र लोगों को रैली में लाया जा रहा और गोलीबारी में मारे गये व्यक्ति को जो गोली लगी थी, वह बल ने नहीं चलाई थी। हालांकि, भगवा पार्टी का कहना है कि उसके कार्यकर्ता की हत्या के पीछे पुलिस का हाथ है। दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर इलाके में ‘दुआरे सरकार’ (सरकार आपके द्वार) के एक शिविर का दौरा करने के बाद ममता ने कहा, ‘‘(राज्य के) बाहर से गुंडे चुनाव के दौरान बंगाल में क्यों आएंगे?’’ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी), संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) लागू करने की भाजपा नीत केंद्र सरकार की कोशिशों की आलोचना की तथा लोगों से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि उनके नाम मतदाता सूची में मौजूद रहे। ममता ने कहा, ‘‘वोटर कार्ड पहचान पत्र है। कुछ लोग हैं जिन्हें कोई काम नहीं है वे भाजपा में शामिल हो गए हैं। वे कह रहे हैं कि वे एनआरसी, सीएए और एनपीआर लागू करेंगे। लेकिन हम उन्हें ऐसा नहीं करने देंगे, मैं चाहती हूं कि लोग वोटर कार्ड का महत्व समझें।’’You have security personnel with you. How can someone attack you? Instead of depending on the state, you depend on central force. The attack might have been planned, I have asked Police to investigate but I won't put up with lies all the time: West Bengal CM Mamata Banerjee https://t.co/ex4V6A2ouE pic.twitter.com/lyUh5J5Zau
— ANI (@ANI) December 10, 2020
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उन्होंने अपनी पार्टी के खिलाफ दुष्प्रचार करने को लेकर भी भगवा पार्टी की आलोचना की। ममता ने कहा, ‘‘वे कह रहे हैं कि कोविड-19 महामारी के दौरान राज्य में अराजकता है। मैं आपसे पूछती हूं कि क्या आप सड़क पर नहीं निकल पा रहे हैं? वे यह भी कह रहे हैं कि अनाज नहीं है, स्वास्थ्य (बुनियादी ढांचा) नहीं है। ’’ मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर कोई वित्तीय सहायता नहीं देने और राज्य द्वारा खर्च की गई राशि का विवरण मांगने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘चक्रवात अम्फान के बाद कोई धन नहीं दिया गया। हम स्वास्थ्य साथी (स्वास्थ्य बीमा योजना) चलाएंगे और वे खर्च के बारे में विवरण मांगेंगे। हम काम करेंगे और वे सवाल करेंगे। ’’ उन्होंने दावा किया कि राज्य में अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी सत्ता में फिर से लौटेगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगले जून तक, चावल और गेहूं बंगाल में मुफ्त बांटा जाएगा। हमारी सरकार बरकरार रहेगी और हम बंगाल के हर नागरिक को स्वास्थ्य सेवाएं एवं भोजन मुफ्त मुहैया करने की कोशिश करेंगे।
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