दिल्ली में कोविड-19 महामारी के प्रबंधन को सुव्यवस्थित किया गया: हर्षवर्धन

gg

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि दिल्ली में कोविड-19 महामारी के प्रबंधन को स्वास्थ्य सर्वेक्षणों से लेकर जांच और निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के इलाज के लिए शुल्क तय करके सुव्यवस्थित किया गया है।

नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि दिल्ली में कोविड-19 महामारी के प्रबंधन को स्वास्थ्य सर्वेक्षणों से लेकर जांच और निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के इलाज के लिए शुल्क तय करके सुव्यवस्थित किया गया है। उनकी टिप्पणी दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा कोरोना वायरस रोगियों के इलाज के लिए अस्पताल के बिस्तर की दरों को तय करने के लिए एक उच्च-स्तरीय विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों को मंजूरी देने के बाद आई है। सभी अस्पतालों में पृथक वार्ड में बेड, वेंटिलेटर के बिना आईसीयू और वेंटिलेटर के साथ आईसीयू का शुल्क क्रमशः 8,000-10,000 रुपये, 13,000-15,000 रुपये और 15,000-18,000 रुपये तय किया गया है।

इसे भी पढ़ें: योगी आदित्यनाथ ने कोरोना को बताया सदी का सबसे कमजोर वायरस, कहा- घबराएं नहीं

केंद्रीय मंत्री गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में जांच की संख्या बढ़ाई गई है। केंद्र सरकार ने तीव्र जांच के लिए दक्षिण कोरिया से छह लाख जांच किट खरीदे हैं, जिनमें से 50,000 दिल्ली को उपलब्ध कराए गए हैं और प्रतिदिन दिल्ली में 15,000 जांच करने का लक्ष्य रखा गया है। हर्षवर्धन ने ट्विटर पर कहा, ‘‘स्वास्थ्य सर्वेक्षणों से लेकर मरीज की जांच के शुल्क और निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों के इलाज के शुल्क निर्धारित करके दिल्ली में कोविड-19 प्रबंधन को सुव्यवस्थित किया गया है।

इसे भी पढ़ें: Unlock 1 के 20वें दिन कोरोना के इलाज की दवा पेश, कीमत 103 रु. प्रति टैबलेट

कोविड-19 रोगियों के लिए निजी अस्पतालों में आइसोलेशन बेड के शुल्क को कम करके लगभग एक तिहाई तक कर दिया गया है। सस्ता और तेज रैपिड एंटीजन जांच शुरू हुआ।’’ दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 3,137 के नये मामले सामने आए, जो अब तक के एक दिन में आए सबसे अधिक मामले हैं। इन नये मामलों के साथ दिल्ली में संक्रमितों की संख्या 53,116 तक पहुंच गई। 24 घंटे में 66 मौतों के साथ मृत्यु का आंकड़ा 2,035 तक पहुंच गया। देश में महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद दिल्ली में सबसे ज्यादा मामले हैं। महाराष्ट्र के बाद दिल्ली में सबसे अधिक मौतें हुई हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़