स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने किया सफदरजंग अस्पताल का औचक निरीक्षण, किया चौंकाने वाला खुलासा

Mansukh Mandaviya
निधि अविनाश । Sep 20 2021 10:49AM

समारोह में बोलते हुए, मंडाविया ने कहा कि एक सामान्य रोगी के रूप में जब वह एक बेंच पर बैठने लगे, तो उन्हें डंडे से मारा गया। बता दें कि सुरक्षा गार्ड द्वारा ने उन्हें वहां नहीं बैठने के लिए कहा था।

स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने एक बड़ा ही चौंकाने वाला खुलासा किया है कि वह औचक निरीक्षण करने के लिए एक मरीज के वेश में सफदरजंग अस्पताल पहुंचे थे और गेट पर एक सुरक्षा गार्ड ने उन्हें डंडा मारा था।  उन्होंने कहा कि वह अस्पताल की वास्तविक स्थिति जानने के लिए अस्पताल गए थे।जागरण डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को सफदरजंग अस्पताल में चार स्वास्थ्य सुविधाओं के उद्घाटन के दौरान उन्होंने इसका खुलासा किया।

इसे भी पढ़ें: सेवा और समर्पण के भाव से 15 और मोबाइल मेडिकल यूनिट्स हिमाचल रवाना: सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा से जनसेवा का अनुराग का अभियान अनुकरणीय: मनसुख मंडाविया

समारोह में बोलते हुए, मंडाविया ने कहा कि एक सामान्य रोगी के रूप में जब वह एक बेंच पर बैठने लगे, तो उन्हें डंडे से मारा गया। बता दें कि सुरक्षा गार्ड द्वारा ने उन्हें वहां नहीं बैठने के लिए कहा था। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने देखा कि कई मरीजों को अस्पताल में स्ट्रेचर और अन्य चिकित्सा सहायता प्राप्त करने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने एक 75 वर्षीय महिला का उदाहरण दिया, जो अपने बेटे के लिए एक स्ट्रेचर लाने के लिए गार्ड से गुहार लगा रही थी, लेकिन उसे एक भी नहीं मिला। गार्ड के व्यवहार से नाखुश मंडाविया ने पूछा कि अस्पताल में 1500 गार्ड तैनात होने के बाद भी एक भी गार्ड ने बुजुर्ग महिला की मदद क्यों नहीं की।

इसे भी पढ़ें: अचानक RML अस्पताल पहुंच गए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, डॉक्टरों से उनकी समस्याओं पर की चर्चा

मंडाविया ने कहा कि उन्होंने घटना की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी, जो यह सुनकर परेशान हो गए और पूछा कि क्या गार्ड को निलंबित किया गया है या नहीं? जिस पर मंडाविया ने कहा कि उन्हें सस्पेंड नहीं किया गया है क्योंकि वह सिर्फ एक व्यक्ति नहीं बल्कि व्यवस्था को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। मंडाविया ने पैरामेडिक्स और अन्य कर्मचारियों को उनकी भूमिका की याद दिलाते हुए कहा कि अस्पताल और मेडिकल स्टाफ एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और उन्हें एक टीम के रूप में काम करना चाहिए। उन्होंने डॉक्टरों द्वारा कोरोना रोगियों के इलाज में किए गए कार्यों की सराहना की। मंडाविया ने कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए तैयार अस्थायी अस्पताल सफदरजंग अस्पताल में नए ऑक्सीजन प्लांट समेत चार सुविधाओं का उद्घाटन किया। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए 44 बेड का अस्थायी अस्पताल बनाया गया है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़