मराठा बंद: हिंसा में 3 पुलिसकर्मी घायल, मुंबई बंद वापस लिया गया

Maratha bandh: Three policemen injured in violence in Navi Mumbai and Satara
[email protected] । Jul 25 2018 6:37PM

आरक्षण के समर्थन में मराठा समुदाय के बंद में आज हिंसा फैल गई और प्रदर्शनकारियों ने नवी मुंबई तथा सतारा जिले में पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके जिससे तीन जवान घायल हो गये।

मुंबई। आरक्षण के समर्थन में मराठा समुदाय के बंद में आज हिंसा फैल गई और प्रदर्शनकारियों ने नवी मुंबई तथा सतारा जिले में पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके जिससे तीन जवान घायल हो गये। इस बीच, नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण के समर्थन में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे ‘मराठा क्रांति मोर्चा’ ने मुंबई बंद वापस ले लिया। मुंबई में सुबह शुरू हुआ बंद विभिन्न भागों में हिंसा होने के बाद अपराह्न तीन बजे से पहले वापस ले लिया गया।

मोर्चे के नेता वीरेंद्र पवार ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हम केवल यह साबित करना चाहते थे कि हम एकसाथ हैं और हमने इसे साबित भी कर दिया। हम प्रदर्शनों को हिंसक बनते हुए नहीं देखना चाहते और इसलिए, हम आज के लिए मुंबई में अपना बंद वापस ले रहे हैं।’ इस मोर्चे के एक अन्य नेता ने कहा कि नौ अगस्त को एक बार फिर बंद का आह्वान किया जा सकता है लेकिन इस संबंध में अंतिम फैसला सभी मराठा संगठनों के वरिष्ठ सदस्यों से सलाह मशविरा करने के बाद किया जाएगा।

वहीं, एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, प्लास्टिक की गोलियां चलाईं तथा आंसू गैस के गोले छोड़े। उन्होंने कहा कि सतारा के पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल को मामूली चोटें आई हैं तथा नवी मुंबई के कलंबोली में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। उन्होंने कहा कि कलंबोली में एकत्रित प्रदर्शनकारियों ने मुंबई - गोवा और मुंबई - पुणे राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया।

मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें हटाने का प्रयास किया क्योंकि प्रदर्शन के कारण यातायात रुक गया था। अधिकारी ने कहा कि इसके बाद भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गये। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने क्षेत्र में दो पुलिस वाहनों को आग भी लगा दी। अधिकारी ने कहा कि इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े और हवा में प्लास्टिक की गोलियां भी चलाईं।

उन्होंने कहा कि मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया और क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति है। अधिकारी ने कहा कि वाशी, खारघर, कलंबोली और पलासपे में प्रदर्शनों के कारण मुंबई से पुणे और गोवा जाने वाले वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ। पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल ने कहा कि सतारा जिले में, पुलिस ने बॉम्बे रेस्टोरेंट चौक पर मुंबई-बेंगलूरू राजमार्ग अवरुद्ध करने और पुलिस पर पथराव करने वाले प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया।

पथराव में घायल पाटिल ने कहा कि आरक्षण समर्थक प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े गये। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि सतारा में नाराज प्रदर्शनकारियों ने कुछ वाहनों में भी आग लगा दी। इस बीच, ठाणे और वाशी के बीच लोकल ट्रेन सेवाएं दोपहर के समय एक घंटे से अधिक समय तक प्रभावित रहीं क्योंकि घनसोली स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनें रोक दीं।

प्रदर्शनकारियों ने रायगढ़ जिले में पनवेल के पलास्पे के पास भी मुंबई - गोवा राजमार्ग अवरुद्ध कर दिया। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि ठाणे शहर के माजिवाडा में कुछ आंदोलनकारियों ने टायर जलाए और आटो रिक्शा चालकों ने नितिन जंक्शन पर प्रदर्शन किया। मुंबई में, जोगेश्वरी फ्लाईओवर और कांडीवली के पास प्रदर्शन के कारण वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर भारी ट्रैफिक जाम रहा। उधर, औरंगाबाद में कल आरक्षण के समर्थन में आंदोलन के दौरान जहर पीने वाले जगन्नाथ सोनावाने (55) की आज एक अस्पताल में मौत हो गई।

औरंगाबाद पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने दावा किया कि सोनावाने ने घर की कलह के कारण खुदकुशी की और वह प्रदर्शन में शामिल नहीं था। मराठा क्रांति मोर्चे ने बंद का आह्वान कर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से यह आरोप लगाने के लिए माफी की मांग की है कि समुदाय के कुछ सदस्य सोलापुर जिले के पंढरपुर में हिंसा की योजना बना रहे हैं। राज्य की करीब 30 प्रतिशत जनसंख्या वाले राजनीतिक रूप से प्रभावशाली समुदाय मराठा के लिए आरक्षण एक बड़ा मुद्दा रहा है।

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