मायावती ने अखिलेश से मांगे 10 प्रतिबद्ध MLAs के वोट, जया बच्चन मुश्किल में

Mayawati demands votes of 10 committed SP MLAs

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन में नया पेंच आ गया है। दरअसल कल 23 मार्च को राज्यसभा चुनाव होने हैं और बसपा अपने उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर को जिताने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन में नया पेंच आ गया है। दरअसल कल 23 मार्च को राज्यसभा चुनाव होने हैं और बसपा अपने उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर को जिताने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। समाजवादी पार्टी ने जया बच्चन को अपना उम्मीदवार बनाया है और अपने 10 अतिरिक्त वोट बसपा को देने का वादा किया है। लेकिन नरेश अग्रवाल के समाजवादी पार्टी छोड़ देने और भाजपा में चले जाने से उनके बेटे नितिन अग्रवाल अब भाजपा उम्मीदवार को वोट देंगे। इसके अलावा भी एक और सपा विधायक के भाजपा खेमे में जाने के आसार हैं जिससे बसपा की चिंता बढ़ गयी है।

इसी के चलते बसपा प्रमुख मायावती ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को फोन कर सपा के 10 प्रतिबद्ध विधायकों के वोट बसपा उम्मीदवार को आवंटित करने का आग्रह किया है। 'बुआजी' के इस आग्रह के चलते अब अखिलेश पशोपेश में हैं क्योंकि 10 प्रतिबद्ध विधायकों के वोट अगर बसपा को दे दिये और राज्यसभा चुनावों में क्रॉस वोटिंग हो गयी तो सपा की अधिकृत उम्मीदवार जया बच्चन को सीट निकालने में मुश्किल हो जायेगी। सपा के सूत्रों के मुताबिक पार्टी के अधिकांश नेता बसपा मुखिया के इस आग्रह को मानने के पक्ष में नहीं हैं लेकिन अंतिम निर्णय अखिलेश पर छोड़ दिया गया है।

बसपा के 19 विधायक हैं और सीट जीतने के लिए 37 विधायक चाहिए। बसपा की रणनीति है कि सपा के 10 वोट अगर उसे मिल जाएं तो उसकी राह आसान हो सकती है क्योंकि कांग्रेस के 7 और रालोद का एक वोट उसे मिलना पहले से ही तय है।

इससे पहले बुधवार देर रात सपा और भाजपा की ओर से अपने अपने विधायकों के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया गया और राज्यसभा चुनावों के लिए पार्टी विधायकों को निर्देश दिये गये। अखिलेश यादव के रात्रिभोज में उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव और निर्दलीय विधायक राजा भैय्या शमिल हुए। सपा विधायकों और नेताओं की बैठक को संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा, 'भाजपा मनमानी पर उतारू है। यदि भाजपा में जरा भी नैतिकता और लोकतांत्रिक मूल्यों की परवाह होती तो वह राज्यसभा के लिए नौवां प्रत्याशी नहीं उतारती। लगता है कि भाजपा को कदाचार से कोई परहेज नहीं है।' 

गौरतलब है कि भाजपा ने एक अतिरिक्त उम्मीदवार के रूप में बड़े व्यावसायी अनिल कुमार अग्रवाल को मैदान में उतारा है। प्रदेश में राज्यसभा चुनाव 23 मार्च को होना है।

शिवपाल यादव ने कहा, 'मैं राज्य सभा में मतदान करूंगा। सपा और सपा समर्थित बसपा उम्मीदवार इसमें जीतेंगे। मेरा आशीर्वाद हमेशा अखिलेश के साथ है।' रात्रिभोज में पार्टी की प्रत्याशी जया ब​च्चन और सांसद डिंपल यादव भी मौजूद थी।

सांसद नरेश अग्रवाल के साथ हाल में भाजपा में शामिल हुए उनके पुत्र और सपा विधायक नितिन अग्रवाल इस रात्रि भोज में शामिल नहीं हुए, वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आयोजित भाजपा विधायकों की बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में सुभासपा प्रमुख और राज्य सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर भी उपस्थित थे।

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