मायावती ने शाह के आंबेडकर वाले बयान को बताया मिथ्या और शरारतपूर्ण
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि भाजपा नेताओं ने विकास, कालाधन, भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी और किसानों आदि को भुलाकर राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा को इस चुनाव में भुनाना शुरू किया है।
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के इस बयान को मिथ्या और शरारतपूर्ण करार दिया कि बसपा चुनाव के समय ही आंबेडकर को याद करती है। मायावती ने टवीट कर कहा कि बीजेपी प्रमुख (अमित) शाह का कहना कि बसपा चुनाव के समय में ही डॉ. आंबेडकर को याद करती है, मिथ्या और शरारतपूर्ण बयान है। उन्होंने कहा कि बसपा बाबा साहेब से दिन-रात साल में 365 दिन प्रेरणा लेकर सर्वसमाज के हित में काम करने वाला आंदोलन है और सरकार में रहकर उनके आदर-सम्मान में ऐतिहासिक काम करती है।
इसे भी पढ़ें: योगी की पार्टी को ना अली और ना ही बजरंगबली का वोट पड़ेगा: मायावती
उल्लेखनीय है कि अमित शाह ने शनिवार को चुनावी जनसभा में कहा था कि जब चुनाव आता है तब बहन जी को आंबेडकर जी याद आते हैं लेकिन चुनाव जीतने पर वह केवल अपनी मूर्तियां ही लगवाती हैं। मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि भाजपा नेताओं ने विकास, कालाधन, भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी और किसानों आदि को भुलाकर राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा को इस चुनाव में भुनाना शुरू किया है। उन्होंने कहा कि किन्तु उसमें भी असफल होने पर अब मतदाताओं को उनका काम ना करने की धमकी देना जैसा कि श्रीमती मेनका गांधी द्वारा किया गया, यह अति-निन्दनीय है। उल्लेखनीय है कि सुल्तानपुर से भाजपा उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने मुस्लिम मतदाताओं से हाल ही में कहा कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में उनके पक्ष में मतदान करें क्योंकि मुसलमानों को चुनाव के बाद उनकी जरुरत पड़ेगी।
बीजेपी प्रमुख श्री शाह का कहना कि बीएसपी चुनाव के समय में ही डा अम्बेडकर को याद करती है मिथ्या व शरारतपूर्ण बयान है। बीएसपी बाबा साहेब से दिन-रात साल में 365 दिन प्रेरणा लेकर सर्वसमाज के हित में काम करने वाला मूवमेन्ट है व सरकार में रहकर उनके आदर-सम्मान में ऐतिहासिक काम करती है।
— Mayawati (@Mayawati) April 14, 2019
अन्य न्यूज़