One Nation One Election पर मायावती का रुख दिखा सॉफ्ट, कहा- उद्देश्य देश व जनहित में होना ज़रूरी
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि एक देश, एक चुनाव’ की व्यवस्था के तहत देश में लोकसभा, विधानसभा व स्थानीय निकाय का चुनाव एक साथ कराने वाले प्रस्ताव को केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा आज दी गयी मंजूरी पर हमारी पार्टी का स्टैण्ड सकारात्मक है, लेकिन इसका उद्देश्य देश व जनहित में होना ज़रूरी।
मोदी सरकार 3.0 के 100 दिन पूरे होने के बाद अब मोदी कैबिनट की तरफ से बड़ा ऐलान कर दिया गया। लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए एक साथ चुनाव कराने की दिशा में एक कदम बढ़ाते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एक राष्ट्र एक चुनाव के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। बताया जा रहा है कि एक साथ चुनाव कराने के लिए विधेयक संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने की संभावना है। विपक्षी दलों की तरफ से इसको लेकर टिप्पणी भी सामने आने लगी है। वहीं बसपा ने बीजेपी के एक देश एक चुनाव का समर्थन किया है।
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बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि एक देश, एक चुनाव’ की व्यवस्था के तहत देश में लोकसभा, विधानसभा व स्थानीय निकाय का चुनाव एक साथ कराने वाले प्रस्ताव को केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा आज दी गयी मंजूरी पर हमारी पार्टी का स्टैण्ड सकारात्मक है, लेकिन इसका उद्देश्य देश व जनहित में होना ज़रूरी।
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केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को कोविंद समिति की सिफारिश के अनुसार ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी दी। ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर गठित उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष रखी गई। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति ने लोकसभा चुनावों की घोषणा से पहले मार्च में रिपोर्ट सौंपी थी। वैष्णव ने बताया कि रिपोर्ट को सर्वसम्मति से मंजूरी दी गयी। रिपोर्ट को मंत्रिमंडल के समक्ष रखना विधि मंत्रालय के 100 दिवसीय एजेंडे का हिस्सा था। उच्च स्तरीय समिति ने पहले कदम के रूप में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए एक साथ चुनाव कराने और उसके बाद 100 दिनों के भीतर स्थानीय निकाय चुनाव कराने की सिफारिश की थी।
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