असम-मेघालय सीमा विवाद पर दिल्ली में हुई बड़ी बैठक, अमित शाह से मिले दोनों राज्यों के CMs
असम के हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज दिए गए अभ्यावेदन को सुना। उन्होंने हमें बताया कि अब गृह मंत्रालय 26 जनवरी के बाद हमें फिर से अधिकारियों के साथ बैठक के लिए बुलाएगा, ताकि चर्चा को आगे बढ़ाया जा सके।
पूर्वोत्तर राज्य असम और मेघालय के बीच सीमा विवाद को लेकर आज गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में दिल्ली में एक बड़ी बैठक हुई। इस बैठक में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा शामिल हुए। बैठक के बाद मेघालय के सीएम कोनराड संगमा ने कहा कि असम के सीएम हिमंत सरमा के साथ गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें क्षेत्रीय समितियों की रिपोर्ट से अवगत कराया। उन्होंने दोनों राज्यों द्वारा की गई पहल पर प्रसन्नता व्यक्त की। गृह मंत्रालय रिपोर्ट की जांच करेगा और हम 26 जनवरी के बाद फिर से अमित शाह से मिलेंगे। आपको बता दें कि मेघालय मंत्रिमंडल की एक बैठक में, सरकार द्वारा सीमा विवाद पर गठित तीन क्षेत्रीय समितियों की सिफारिशों को मंजूरी दी गई।
वहीं असम के हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज दिए गए अभ्यावेदन को सुना। उन्होंने हमें बताया कि अब गृह मंत्रालय 26 जनवरी के बाद हमें फिर से अधिकारियों के साथ बैठक के लिए बुलाएगा, ताकि चर्चा को आगे बढ़ाया जा सके। आपको बता दें कि मतभेद वाले छह स्थानों पर 36 गांव है जिनका कुल क्षेत्रफल 36.79 वर्ग किमी है। संगमा ने कहा कि सीमा विवाद 50 वर्षों से है और इसका हल करना मुश्किल कार्य है लेकिन दोनों राज्यों की कोशिशों के चलते हम एक समाधान पर पहुंच गये हैं।Called on HM Amit Shah with Assam CM Himanta Sarma & apprised him of Regional Committees' reports. He expressed happiness on initiative taken by both states. MHA to examine the reports & we'll meet HM again after Jan 26: Meghalaya CM Conrad Sangma
— ANI (@ANI) January 20, 2022
(Photo courtesy: Conrad Sangma) pic.twitter.com/gNCUgsa5XT
इसे भी पढ़ें: असम और मेघालय सीमा विवाद पर एक सहमति पर पहुंच गये है: सरमा
इससे पहले संगमा ने कहा था कि भारतीय सर्वेक्षण विभाग को आना होगा और संयुक्त अवलोकन करना पड़ सकता है तथा विधेयक भी पारित करना होगा। उन्होंने कहा कि दोनों राज्य सीमावर्ती इलाकों में गांवों पर सहमत हो गये हैं तथा नदियों और वनों सहित प्राकृतिक सीमाओं की पहचान कर ली गई है। संगमा ने कहा कि सीमा विवाद 50 वर्षों से है और इसको हल करना मुश्किल कार्य है लेकिन दोनों राज्यों की कोशिशों के चलते हम एक समाधान पर पहुंच गये हैं।
अन्य न्यूज़