भारत-नेपाल सीमा मुद्दा सुलझाने के लिये बैठक 28 दिसम्बर को
भारत-नेपाल सीमा पर उपजे मसले सुलझाने और सीमा पर बढ़ रहे अतिक्रमण को हटाने के लिये दोनों देशों के अधिकारियों के बीच आगामी 28 दिसम्बर को बलरामपुर में बैठक होनी है।
बलरामपुर (उत्तर प्रदेश)। भारत-नेपाल सीमा पर उपजे मसले सुलझाने और सीमा पर बढ़ रहे अतिक्रमण को हटाने के लिये दोनों देशों के अधिकारियों के बीच आगामी 28 दिसम्बर को बलरामपुर में बैठक होनी है। इस बैठक के लिये भारत की तरफ से नोडल अधिकारी बनाये गए बलरामपुर के जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा ने आज यहां बताया कि बैठक में नेपाल के सात जिलों और भारत के पांच जिलों के अधिकारी शामिल होंगे। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), वन विभाग तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें संबंधित जिम्मेदारियां सौंप दी गयी हैं।
उन्होंने बताया कि भारत नेपाल सीमा पर होने वाले काम को तीन हिस्सों में बांटा गया है। प्रथम चरण में भारत-नेपाल सीमा पर तोड़े गये या जर्जर हो चुके स्तम्भों का चिह्नीकरण किया जाएगा। दूसरे चरण में चिह्नित स्तंभों के पुनर्निर्माण का काम किया जायेगा। उसके बाद सीमा पर जहाँ भी अतिक्रमण है उसे हटाया जाएगा। इस काम में एसएसबी, लोक निर्माण तथा राजस्व विभाग के साथ साथ नेपाल पुलिस की भी मदद ली जाएगी। मिश्रा ने उम्मीद जतायी कि आने वाले दिनों में भारत नेपाल सीमा से सम्बन्धित समस्याएं ना सिर्फ खत्म होंगी बल्कि दोनों देशों के रिश्तों की डोर भी मजबूत होगी।
ज्ञातव्य है कि भारत और नेपाल के बीच सदियों से रोटी-बेटी का रिश्ता रहा है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में नेपाल में चीन के बढ़ते हस्तक्षेप से कई बार दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी आयी है। श्रावस्ती और बलरामपुर में हाल के वर्षों में सीमा पर स्थित स्तम्भों को कुछ नेपाली उग्रवादी संगठनों में तोड़ा है। साथ ही सीमा पर कई जगह दोनों तरफ से अतिक्रमण भी हैं। ऐसे में तल्खी को खत्म करने और रिश्तों की डोर को मजबूत करने के लिहाज से 28 दिसम्बर को होने वाली बैठक अहम मानी जा रही है।
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