केंद्र सरकार के फैसले पर भड़कीं महबूबा मुफ्ती, बताया लोकतंत्र का सबसे काला दिन
महबूबा ने आगे कहा कि उपमहाद्वीप के लिए इसके भयावह परिणाम होंगे। भारत सरकार के इरादे स्पष्ट हैं। वे जम्मू-कश्मीर का इलाका चाहते हैं कि वहां के लोग आतंकित हों।
अफवाहें, अनुमान, अटकलें और आशंकाओं के बीच जम्मू कश्मीर पर गृह मंत्री अमित शाह आज राज्यसभा में धारा 370 को हटाने का संकल्प पेश किया। इसके अलावा मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए जम्मू कश्मीर को दो हिस्सों में बांट दिया है। मोदी सरकार के इस फैसले की आलोचना करते हुए पूर्व सीएम और PDP अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आज भारतीय लोकतंत्र में सबसे काला दिन है। 1947 में 2 राष्ट्र सिद्धांत को खारिज करने और भारत के साथ संरेखित करने के जम्मू और कश्मीर नेतृत्व के निर्णय ने पीछे छोड़ दिया। भारत सरकार की धारा 370 को रद्द करने का एकतरफा निर्णय गैरकानूनी और असंवैधानिक है जो भारत को जम्मू-कश्मीर में एक व्यावसायिक शक्ति बना देगा।
It will have catastrophic consequences for the subcontinent. GOIs intentions are clear. They want the territory of J&K by terrorising it’s people. India has failed Kashmir in keeping its promises.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2019
महबूबा ने आगे कहा कि उपमहाद्वीप के लिए इसके भयावह परिणाम होंगे। भारत सरकार के इरादे स्पष्ट हैं। वे जम्मू-कश्मीर का इलाका चाहते हैं कि वहां के लोग आतंकित हों। भारत कश्मीर के लोगों से किए अपने वादों को निभाने में विफल रहा है।
Already under house arrest & not allowed to have visitors either. Not sure how long I’ll be able to communicate. Is this the India we acceded to?
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2019
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