India-Bangladesh Border की निगरानी के लिए Amit Shah ने ले लिया बड़ा फैसला, अब परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा

Amit Shah
ANI

हम आपको बता दें कि इस समिति का गठन ऐसे समय किया गया है जब भारत-बांग्लादेश सीमा पर बड़ी संख्या में लोग पहुँच रहे हैं। इन लोगों में बांग्लादेश के हालात से त्रस्त वहां की जनता के अलावा वहां रह रहे भारतीय नागरिक भी हैं।

बांग्लादेश के हालात को देखते हुए मोदी सरकार ने पड़ोसी देश से लगती अपनी सभी सीमाओं पर सुरक्षा पहले से ही कड़ी कर दी थी और अब सरहद के हालात पर निगरानी रखने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन भी कर दिया गया है। भारत-बांग्लादेश सीमा (IBB) पर वर्तमान स्थिति की निगरानी के लिए जिस समिति का गठन किया गया है वह बांग्लादेश में रहने वाले भारतीय नागरिकों और अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेश के समकक्ष अधिकारियों के साथ संपर्क बनाए रखेगी। हम आपको बता दें कि अपर महानिदेशक (एडीजी) सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पूर्वी कंमाड इस समिति के अध्यक्ष होंगे। समिति के अन्य सदस्यों में महानिरीक्षक (आईजी) बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय दक्षिण बंगाल, महानिरीक्षक (आईजी) बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय त्रिपुरा, सदस्य (योजना और विकास) भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण (LPAI) और सचिव LPAI शामिल हैं।

असम के डीजीपी का बयान

हम आपको बता दें कि इस समिति का गठन ऐसे समय किया गया है जब भारत-बांग्लादेश सीमा पर बड़ी संख्या में लोग पहुँच रहे हैं। इन लोगों में बांग्लादेश के हालात से त्रस्त वहां की जनता के अलावा वहां रह रहे भारतीय नागरिक भी हैं। ऐसे में बीएसएफ के लिए कार्य काफी चुनौतीपूर्ण हो गया है। हम आपको यह भी बता दें कि हाल ही में असम के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने कहा था कि सभी भारतीय पासपोर्ट धारकों को राज्य में निर्दिष्ट प्रवेश बिंदु के माध्यम से संकटग्रस्त बांग्लादेश से लौटने की अनुमति दी जाएगी, जबकि अन्य को प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा था कि असम पुलिस और सीमा सुरक्षा बल गैर-भारतीयों के देश में अवैध रूप से प्रवेश के किसी भी प्रयास को रोकने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा था, “हमारी ओर से स्पष्ट निर्देश हैं कि हम किसी को भी असम में अवैध रूप से प्रवेश नहीं करने देंगे।'' उन्होंने कहा था कि निर्देश जारी किया गया है कि बांग्लादेश में सभी भारतीय पासपोर्ट धारकों को वापस लौटने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा, "हालांकि, किसी अन्य को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी और यदि कोई भी (अवैध रूप से) प्रवेश करने का प्रयास करेगा तो हम कानून के अनुसार कार्रवाई करेंगे।"

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मेघालय बीएसएफ का बयान

हम आपको यह भी बता दें कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पत्थर इकट्ठा करने के लिए मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले में घुसने के बांग्लादेशी नागरिकों के एक समूह के प्रयास को विफल कर दिया है। बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि बुधवार दोपहर को करीब पांच-छह नौकाओं में सवार बांग्लादेशी नागरिकों के एक समूह ने पत्थर इकट्ठा करने के लिए जिले के रानीकोर इलाके में नदी के किनारे अंतरराष्ट्रीय सीमा पार की। बीएसएफ ने बांग्लादेशी नागरिकों से पहले मौखिक रूप से पीछे हटने को कहा, लेकिन उन्होंने उनकी बात नहीं मानी, जिसके बाद बीएसएफ को गोलीबारी करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि घुसपैठियों का इरादा अपनी नाव में पत्थर इकट्ठा करना था और उनके अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करते ही बीएसएफ जवानों को गोलीबारी करनी पड़ी, जिसके बाद वे वहां से भाग गए। दरअसल पड़ोसी देश में अस्थिर राजनीतिक स्थिति के मद्देनजर मेघालय और पूर्वोत्तर क्षेत्र के अन्य राज्यों में बीएसएफ ‘हाई अलर्ट’ पर है। राज्य सरकार ने शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगा दिया है ताकि बीएसएफ पूरी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नियंत्रण रख सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि रात में कोई अवैध गतिविधि न हो।

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