यशवंत सिन्हा ने CAA को बताया काला कानून, बोले- मुद्दों से ध्यान भटका रही है मोदी सरकार
पूर्व केंद्रीय वित्त व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए सीएए, एनआरसी, एनपीआर को काला कानून बताया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार संसद में इसे वापस लेने की घोषणा करें तथा देश में जो हिंसा हुई है खासकर भाजपा शासित राज्यों में उसकी न्यायिक जांच हो।
जयपुर। पूर्व केंद्रीय वित्त व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए गुरुवार को यहां कहा कि वह ज्वलंत मुद्दों से लोगों का ध्यान बांटने का काम कर रही है। यहां संवाददाताओं से बातचीत में सिन्हा ने कहा, केन्द्र सरकार ज्वलंत मुद्दों से लोगों का ध्यान बांटने का काम कर रही है लेकिन ध्यान कुछ समय के लिए ही भटकता है। देश की जनता समझदार है जो परिणाम देने में देर नहीं लगाती है।
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सिन्हा ने केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए सीएए, एनआरसी, एनपीआर को काला कानून बताया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार संसद में इसे वापस लेने की घोषणा करें तथा देश में जो हिंसा हुई है खासकर भाजपा शासित राज्यों में उसकी न्यायिक जांच हो। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सीएए व एनआरसी को संविधान विरुद्ध और समाज को बांटने वाला कानून बताया।
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सिन्हा ने कहा कि देश पहले से ही अनेक समस्याओं से जूझ रहा है। देश में किसान, युवाओं की समस्याओं के साथ ही बेरोजगारी सहित अनेक समस्याएं है। अशांति का माहौल है ऐसे में हम सबकी जिम्मेदारी बढ़ जाती हैं। ऐसे में केन्द्र सरकार को चाहिए कि वह बिना किसी जाति, धर्म व भेदभाव के कार्य कर अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाएं। सिन्हा सीएए के खिलाफ कई राज्यों की यात्रा कर रहे हैं।
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