मोदी 2019 के चुनाव में PM पद के लिए मुसलमानों के पसंदीदा उम्मीदवार: शाहनवाज

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[email protected] । Oct 28 2018 4:21PM

हुसैन ने देश के मुसलमानों में गरीबी और उनके पिछड़ेपन के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पार्टी ने समुदाय के साथ अन्याय किया है जबकि मोदी ने उन्हें न्याय प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि 2014 में कुछ लोग नरेंद्र मोदी का नाम लेकर दूसरों को डराया करते थे।

नयी दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन ने रविवार को कहा कि नरेंद्र मोदी अगले लोकसभा चुनाव के लिए मुसलमानों के पसंदीदा उम्मीदवार हैं क्योंकि प्रधानमंत्री ने उस डर को दूर कर दिया है, जिसे कई पार्टियों ने उनके नाम का इस्तेमाल कर इस समुदाय के लोगों के मन में बिठा दिया था।  हुसैन ने कहा कि मोदी पर मुसलमानों में, खासतौर पर महिलाओं के बीच विश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘2019 के चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद के पसंदीदा उम्मीदवार नरेंद्र मोदी हैं क्योंकि वह देश के सभी 132 करोड़ लोगों को सिर्फ भारतीय के रूप में देखते हैं। जबकि अन्य पार्टियां उन्हें वोट बैंक के रूप में देखती हैं।’’ 

गौरतलब है कि भारत की 130 करोड़ की आबादी में मुसलमान करीब 14 फीसदी हैं। यह समुदाय उत्तर प्रदेश, बिहार झारखंड, असम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, केरल और जम्मू कश्मीर में लोकसभा सीटों में अच्छी खासी संख्या में सीटों पर चुनाव नतीजे में अहम भूमिका निभाता है। हुसैन ने देश के मुसलमानों में गरीबी और उनके पिछड़ेपन के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पार्टी ने समुदाय के साथ अन्याय किया है जबकि मोदी ने उन्हें न्याय प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि 2014 में कुछ लोग नरेंद्र मोदी का नाम लेकर दूसरों को डराया करते थे। आज, मुस्लिम समुदाय में बड़ी संख्या में लोग यह महसूस कर रहे हैं कि वह (मोदी) दिन रात काम करने वाले व्यक्ति हैं। मोदी ने सभी 132 करोड़ भारतीयों के साथ समान व्यवहार किया है। 

हुसैन ने कहा कि अन्य पार्टियां मोदी और भाजपा की दहशत फैला कर मुसलमानों के वोट लिया करती हैं लेकिन प्रधानमंत्री ने उस डर को दूर कर दिया है। भाजपा नेता ने कहा कि अब वे लोग देख रहे हैं कि मोदी सत्ता में हैं लेकिन इससे उन्हें कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि मोदी ने मुसलमानों के खिलाफ एक भी वाक्य नहीं कहा है। पिछले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री के ‘श्मशान - कब्रिस्तान’ बयान की गलत व्याख्या की गई, जबकि उन्होंने दोनों का ध्यान रखने की हिमायत की थी। 

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारी पार्टी में कुछ लोग भले ही बयानबाजी (कुछ खास) कर रहे हों, लेकिन भाजपा प्रमुख अमित शाह और प्रधानमंत्री के दिए बयानों पर मुसलमानों को पूरा भरोसा है।  हुसैन ने कहा कि इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया गया है क्योंकि अतीत में अन्याय किया गया था और अब न्याय बहाल हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘इसका पहले का नाम प्रयागराज बदल दिया गया था। उस गलती को ठीक करने के लिए क्या यह गलत (कदम) है? ’’ 

हुसैन ने राम मंदिर मुद्दे पर कहा कि भाजपा के लिए यह आस्था का विषय है, ना कि कोई चुनावी मुद्दा। उन्होंने कहा कि 29 अक्टूबर से (उच्चतम न्यायलय में) रोजाना सुनवाई होगी। हमे उम्मीद है कि इस मुद्दे का शीघ्र हल हो जाएगा और यह देश के सभी लोगों को स्वीकार्य होगा। हुसैन ने कहा कि कुछ लोग राम मंदिर के निर्माण के लिए एक कानून बनाए जाने की भी मांग कर रहे हैं। हर किसी को मांग करने का अधिकार है, उसे कोई कैसे रोक सकता है? सरकार के पास फैसला करने का अधिकार है और इसने इस बारे में कोई फैसला नहीं किया है। 

उन्होंने पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों के बारे में बात करते हुए भरोसा जताया कि भाजपा मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत हासिल करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘मिजोरम में हमारे समर्थन के बगैर सरकार नहीं बनेगी जबकि तेलंगाना में हम सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेंगे।’’ बिहार से पूर्व सांसद हुसैन ने कहा कि भाजपा, जदयू, लोजपा और रालोसपा उनके राज्य में साथ मिल कर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार नीत जदयू के साथ गठबंधन से बिहार में राजग की संभावनाएं मजबूत हुई हैं और गठबंधन राज्य में ‘‘मिशन 40’’ यानी सभी लोकसभा सीटें जीतने पर ध्यान केंद्रित कर रहा। 

हुसैन ने यह भी दावा किया कि पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम भाजपा की चुनावी संभावनाओं पर असर नहीं डालेंगे क्योंकि लोग जानते हैं कि ईंधन की समस्या वैश्विक है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार 2019 में ज्यादा बड़े जनादेश के साथ सत्ता में आएगी।

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