CM चौहान ने आश्रय स्थलों, छात्रावासों का हर महीने निरीक्षण करने का दिया निर्देश

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[email protected] । Aug 10 2018 3:30PM

भोपाल में एक छात्रावास संचालक द्वारा 20 वर्षीय मूक बधिर आदिवासी छात्रा के साथ कथित दुष्कर्म की घटना को गंभीरता से लेते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसी घटनाओं की पुनर्रावृत्ति रोकने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है।

भोपाल। भोपाल में एक छात्रावास संचालक द्वारा 20 वर्षीय मूक बधिर आदिवासी छात्रा के साथ कथित दुष्कर्म की घटना को गंभीरता से लेते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसी घटनाओं की पुनर्रावृत्ति रोकने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह प्रदेश के सभी आश्रय स्थलों और छात्रावासों का हर महीने निरीक्षण करें। गौरतलब है कि भोपाल के एक छात्रावास संचालक अश्विनी शर्मा को पुलिस ने 20 वर्षीय मूक बधिर छात्रा की शिकायत पर कल बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया।

चौहान ने उच्च अधिकारियों की बैठक के बाद अपने निवास पर आज संवाददाताओं को बताया, ‘मैंने आज संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। उन्हें प्रदेश के सभी आश्रय स्थलों का हर महीने निरीक्षण करने के निर्देश दिये हैं। इसके साथ ही बालिकाओं के छात्रावासों के लिये भी नियम बनाने के निर्देश दिये हैं।’ उन्होंने कहा कि इस घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है और दोषी की गिरफ्तारी हो गयी है। जांच पड़ताल कर जल्दी ही आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा और दोषी को कड़ी सजा दिलायी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश के उन सभी अनुदान प्राप्त, निजी या सरकारी आश्रय स्थलों, छात्रावासों का हर माह निरीक्षण किया जायेगा जहाँ बेटियां रहती हैं। अनुदान प्राप्त संस्थाओं का फिलहाल हर दो महीने में निरीक्षण होता है। उन्होंने अनाथालयों का भी निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से मन व्यथित होता है। केवल संस्था चलाने वालों के भरोसे संचालन का काम नहीं छोड़ा जायेगा। नियमित निरीक्षण किया जायेगा। कई संस्थाएं अच्छे भाव से अनाथालय जैसी संस्थाएं चलाती हैं लेकिन उनका भी नियमित निरीक्षण जरूरी हैं।

चौहान ने कहा कि निजी छात्रावासों में जहां बाहर से बेटियां पढ़ने आती हैं, उनके लिये भी नियम बनाये जायेंगे। निरंतर निरीक्षण की व्यवस्था की जायेगी। समाज के साथ मिलकर प्रशासन पूरा प्रयास करेगा के ऐसी घटनाओं की पुनर्रावृत्ति न हो।

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