अयोध्या में दीपोत्सव के तर्ज पर मनाया जाएगा नंदीग्राम महोत्सव

Nandigram Festival
प्रतिरूप फोटो
सत्य प्रकाश । Aug 26 2021 11:00AM

नंदीग्राम भरतकुंड के बारे में रामचरित्र मानस में भी अंकित है कि अयोध्या श्री राम के साथ भरत की भी जन्मस्थली है। भगवान श्री राम जब लक्ष्मण और माता सीता के साथ 14 वर्ष के वनवास के लिए निकल पड़े भरत गंगा तट पर भगवान श्रीराम को वापस लाने का प्रयास किया।

अयोध्या। राम नगरी अयोध्या में दीपोत्सव के तर्ज पर भगवान भरत की तपोस्थली नंदीग्राम भरतकुंड पर महोत्सव मनाए जाने की तैयारी है जिसका शुभारंभ 29 अगस्त को उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी करेंगे। मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास के मुताबिक अयोध्या अयोध्या के विकास के साथ तपोस्थली नंदीग्राम के विकास के लिए नंदीग्राम महोत्सव का आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाएगा, क्योंकि वर्षों से यह स्थली उपेक्षित रही है। इस धाम से पर्यटकों को जुड़ने के लिए इस उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। 

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नंदीग्राम भरतकुंड के बारे में रामचरित्र मानस में भी अंकित है कि अयोध्या श्री राम के साथ भरत की भी जन्मस्थली है। भगवान श्री राम जब लक्ष्मण और माता सीता के साथ 14 वर्ष के वनवास के लिए निकल पड़े भरत गंगा तट पर भगवान श्रीराम को वापस लाने का प्रयास किया लेकिन पिता के संकल्प को पूरा करने के लिए नहीं माने और भरत को राज पाठ संभालने का दायित्व देते हुए चले गए तो इस दौरान भरत ने भगवान के चरण पादुका को अपने साथ ले आए और उसे ही राजगद्दी पर रखकर इसी स्थान पर 14 वर्षों तक तपस्या किया था। 

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वहीं विश्व हिंदू परिषद के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर से 25 किलोमीटर दूर स्थित भगवान भरत तपोस्थली भरतकुंड है जहां पर 29, 30 और 31 अगस्त को नंदीग्राम महोत्सव का आयोजन क्या जाएगा जिसमें उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी सहित अन्य गणमान्य उपस्थित होंगे। वही बताया कि इस महोत्सव में दीपोत्सव की तर्ज पर दीप प्रज्वलन के साथ सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजन भी किए जाएंगे वही कहा कि नंदीग्राम भगवान भरत का तपोस्थली है जिसका विकास भी जरूरी है इसके लिए पहले सड़क मार्ग को दुरुस्त किया जाना बेहद आवश्यक होता है किसी भी स्थान के विकास के लिए मार्ग का विकास होना जरूरी है। वही कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार से भी इस स्थल के विकसित किए जाने को लेकर मांग की जाएगी यहां पर भी यात्री निवास के साथ पैटर्न को बढ़ावा दिए जाने के लिए अन्य सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए।

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