नकवी ने कहा, AMU प्रशासन और छात्र ‘बेवजह का विवाद’ करें खत्म
नकवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘एएमयू के प्रशासन और छात्रों से मैं यही आग्रह करूंगा कि वे बेवजह का विवाद खत्म करें क्योंकि जिन्ना न तो देश के आदर्श हैं और न ही मुसलमानों के आदर्श हैं।’’
नयी दिल्ली। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में मोहम्मद अली जिन्ना की एक तस्वीर लेकर चल रहे विवाद के बीच केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कहा कि एएमयू के प्रशासन और छात्रों को ‘बेवजह का विवाद’ खत्म करना चाहिए क्योंकि पाकिस्तान के संस्थापक न तो भारत के आदर्श हैं और न ही भारतीय मुसलमानों के आदर्श हैं। नकवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘एएमयू के प्रशासन और छात्रों से मैं यही आग्रह करूंगा कि वे बेवजह का विवाद खत्म करें क्योंकि जिन्ना न तो देश के आदर्श हैं और न ही मुसलमानों के आदर्श हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बात को यहीं खत्म करना चाहिए और विश्वविद्यालय की गरिमा का सम्मान करते हुए आगे बढ़ना चाहिए।’’
गौरतलब है कि एएमयू के यूनियन हॉल में लगी जिन्ना की तस्वीर को लेकर पिछले दिनों अलीगढ़ के भाजपा सांसद सतीश गौतम ने कुलपति तारिक मंसूर को पत्र लिखा था। इसके बाद ही इस विवाद की शुरूआत हुई। इसी मामले को लेकर हिन्दू युवा वाहिनी के कुछ कार्यकर्ताओं ने गत दो मई को परिसर में घुसकर हंगामा और नारेबाजी की थी। इस हंगामे को लेकर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
वहीं नकवी ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा हाल ही में स्वीकृत ‘प्रधानमंत्री जनविकास कार्यक्रम’ के तहत देश भर में वक्फ संपत्तियों का भी विकास होगा ताकि मुस्लिम समुदाय के सामाजिक और शैक्षणिक सशक्तिकरण को गति दी जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि वक्फ संपत्तियों के लीज संबंधी नियमों की समीक्षा के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित की गई है ताकि इन नियमों को लेकर अधिक स्पष्टता हो सके। बता दें कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की आर्थिक मामलों की समिति ने बहुक्षेत्रीय विकास कार्यक्रम (एमएसडीपी) का प्रधानमंत्री जनविकास कार्यक्रम (पीएमजेवीके) के रूप में नामकरण करने और पुनर्गठन की मंजूरी दी।
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