अंतिम सांसे ले रहा नकस्लवाद, जल्द नक्सल मुक्त हो जाएगा बस्तर: Vishnu Dev Sai

Vishnu Dev Sai
प्रतिरूप फोटो
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मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि नक्सलवाद अब अंतिम सांसे ले रहा है और जल्द ही बस्तर पूरी तरह से नक्सल मुक्त हो जाएगा। साय ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और संयुक्त परेड की सलामी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई उद्योग नीति से राज्य में निवेश का बेहतर वातावरण बना है।

अंबिकापुर । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि नक्सलवाद अब अंतिम सांसे ले रहा है और जल्द ही बस्तर पूरी तरह से नक्सल मुक्त हो जाएगा। साय ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और संयुक्त परेड की सलामी ली। साय ने कहा, “इस गणतंत्र की धरोहर को सुरक्षित रखने और सहेजने-संवारने की जिम्मेदारी हमारी तथा भावी पीढ़ी के हाथों में है। हमारा गणतंत्र हमें सत्यमेव जयते की सीख देता है। मुंडकोपनिषद का यह सूत्र वाक्य हमें बताता है कि अंधेरा कितना भी घना क्यों न हो, हमें उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए। हमारे गणतंत्र की इस भावना की विजय हमने गंभीर नक्सलग्रस्त इलाकों में देखी है।”

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नई रणनीति बनाकर हमने नक्सलवाद के कैंसर को नष्ट करने का काम किया है। इस कैंसर को नष्ट करने के लिए जरूरी था कि इसकी जड़ों पर प्रहार किया जाए। हमारे जवानों ने नक्सलवादियों के सबसे सुरक्षित ठिकानों पर हमला किया।” मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के नतीजे बहुत अच्छे रहे और एक साल के भीतर ही 260 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया गया।

उन्होंने कहा, “आतंक से मुक्ति के साथ ही बस्तर में नक्सल प्रभावित रहे क्षेत्रों में विकास की राह भी खुल गई है। इसका माध्यम हमारी सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘नियद नेल्ला नार योजना’ बनी है। अरसे बाद विद्यालयों में घंटियां गूंजी, पानी-बिजली का पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित हुआ।” साय ने कहा, “नक्सलवाद से लड़ते हुए देश की एकता और अखंडता के लिए अनेक जवानों ने अपना बलिदान दिया ताकि हम सुरक्षित रह सकें और समाज में शांति स्थापित हो सके। इन जवानों की शहादत को मैं शत्-शत् नमन करता हूं।”

साय ने कहा कि ‘डबल इंजन’ की सरकार किसानों को फसल का उचित मूल्य दिलाने के साथ ही खेती को उन्नत बनाने का कार्य भी कर रही है। अब खेतों में कीटनाशकों का छिड़काव ‘ड्रोन दीदी’ के हाथों से हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई उद्योग नीति से राज्य में निवेश का बेहतर वातावरण बना है। उन्होंने कहा, “हमारी जमीन खनिज संपदा से संपन्न है। खनिज संपदा के मामले में छत्तीसगढ़ अतुलनीय है। कोयले और लोहे के उत्पादन में हम देश में दूसरे स्थान पर हैं। देश के बॉक्साइट भंडार का 20 फीसदी हमारे यहां है। सारी दुनिया इलेक्ट्रिक गाड़ियों को अपना रही है और भारत भी इसमें पीछे नहीं है।”

साय ने कहा, “इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी के लिए लीथियम की जरूरत होती है और इसके भंडार हमारे कोरबा, सुकमा और बस्तर जिले में है। इन खनिज संसाधनों का दोहन राज्य के आर्थिक विकास के लिए हो, इस जरूरत को पूरा करने हमारी सरकार ने ऐतिहासिक काम किया है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने कहा कि पीएससी परीक्षाओं में भ्रष्टाचार की जांच का कार्य हमने सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) को सौंपा है और सीबीआई इस मामले में पुख्ता कार्रवाई कर रही है। साय ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पीएससी परीक्षा में पारदर्शिता लाने इसे यूपीएससी की तर्ज पर आयोजित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ऐसी सरकार है, जिसने एक वर्ष पूरा होने पर प्रदेश की जनता के समक्ष अपना रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया। हमारे पास शुभ संकल्प है। सच्चाई है। ईमानदारी है और पुरखों की परंपरा से आई शक्ति है। हम आप सभी के सहयोग से आगे बढ़ेंगे और हर बाधा को पार कर एक उज्ज्वल सशक्त विकसित छत्तीसगढ़ के अपने सपने को पूरा करेंगे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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