न तो ब्रिटिश और न ही मुगल ही भारत की लोकतांत्रिक विशेषता को कमतर कर सके: ओम बिरला
लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक ग्रेटर नोएडा स्थित गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिरला ने कहा कि भारत की संस्कृति, सभ्यता और आध्यात्मिक ज्ञान बहुत पुराना है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया से लोग इस देवभूमि में मानवीय मूल्य और भाईचारा सीखने आते थे।
नयी दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को कहा कि प्राचीन काल से ही भारत की लोकतांत्रिक जड़े मजबूत हैं और न तो ब्रिटिश और न ही मुगल शासक समाज के गणतंत्रवादी और लोकतांत्रिक विशेषता को कमतर कर पाए।
लोकतंत्र, जनता की आवाज है तो प्रेस उस आवाज को जन-जन तक पहुंचने का सशक्त माध्यम। स्वतंत्रता समर के दौरान समाचार पत्रों ने जनजागरण में सराहनीय भूमिका निभाई। आज भी मीडिया को सामाजिक बदलाव लाने में सकारात्मक व रचनात्मक भूमिका के निर्वहन की अपेक्षा की जाती है। pic.twitter.com/JJReah7DwS
— Om Birla (@ombirlakota) February 9, 2020
लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक ग्रेटर नोएडा स्थित गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिरला ने कहा कि भारत की संस्कृति, सभ्यता और आध्यात्मिक ज्ञान बहुत पुराना है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया से लोग इस देवभूमि में मानवीय मूल्य और भाईचारा सीखने आते थे। लोकसभा अध्यक्ष ने स्वस्थ लोकतंत्र के लिए मीडिया के कामकाज में स्वतंत्रता और जवाबदेही को रेखांकित किया।
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