नेपाल की राजनीतिक उथल-पुथल में कोई हाथ नहींः भारत
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा है कि नेपाल में जो कुछ हो रहा है, वह उसका ‘‘अंदरूनी मामला’’ है और भारत इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहेगा।
भारत ने इन खबरों को खारिज किया है कि नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल के पीछे उसका हाथ है। बहरहाल, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि नेपाल में जो कुछ हो रहा है, वह उसका ‘‘अंदरूनी मामला’’ है और भारत इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहेगा। प्रवक्ता से नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली की उस टिप्पणी के बारे में पूछा गया था जिसमें उन्होंने कहा था कि नई सरकार बनाने की कवायद भारत की संलिप्तता से आगे बढ़ रही है।
खबरों के मुताबिक, ओली ने यह आरोप भी लगाया कि भारत नई सरकार के गठन के लिए माओवादी पार्टी और नेपाली कांग्रेस को एक साथ ला रहा है। इस्तीफे से ओली के इनकार के बाद विपक्षी पार्टियां उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थीं। ओली की सरकार अल्पमत में है, लेकिन फिर भी वह सत्ता में बने हुए हैं, जिससे देश में राजनीतिक अस्थिरता का नया दौर शुरू हो गया है। सीपीएन (माओवादी सेंटर), नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूनाइटेड ने प्रचंड की माओवादी पार्टी द्वारा उनकी नौ महीने पुरानी सीपीएन-यूएमएल की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार से समर्थन वापस ले लिए जाने के बाद अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। प्रचंड ने दावा किया था कि वह विपक्ष के समर्थन से नई सरकार बनाएंगे। प्रचंड ने प्रस्ताव पेश किया जबकि नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा ने इसका समर्थन किया।
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