महबूबा मुफ्ती ने कहा- कभी नहीं किया जम्मू और लद्दाख क्षेत्र के साथ भेदभाव
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने जम्मू और लद्दाख क्षेत्र में अपने शासनकाल के दौरान भेदभाव करने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने जम्मू और कश्मीर क्षेत्र को कभी भी ‘अलग-अलग क्षेत्र’ के रूप में नहीं देखा।
जम्मू। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने जम्मू और लद्दाख क्षेत्र में अपने शासनकाल के दौरान भेदभाव करने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने जम्मू और कश्मीर क्षेत्र को कभी भी ‘अलग-अलग क्षेत्र’ के रूप में नहीं देखा। पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में उनके दो साल का शासन उनके जीवन के सबसे कठिन वक्त में से एक था लेकिन उन्होंने अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सैय्यद के सपनों को पूरा करने का साहस करते हुए जम्मू-कश्मीर को अराजकरता के माहौल से बाहर निकाला।
पूर्व मुख्यमंत्री पिछले महीने अपनी सरकार गिरने के बाद से पहली बार आज पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि हमने सत्ता के लिए भाजपा के साथ गठबंधन नहीं किया था। मेरे पिता के पास एक परिकल्पना थी और वह भाजपा से प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में उसी तरह सहयोग चाहते थे जिसका अनुभव उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के सत्ता में होने के दौरान किया था। दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हो पाया।
पीडीपी नीत सरकार से भाजपा ने 19 जून को अपने समर्थन का दावा यह कहते हुए वापस ले लिया था कि जम्मू और लद्दाख क्षेत्र के साथ राज्य में भेदभाव किया जा रहा है। पीडीपी की स्थापना के 19वें साल के मौके पर यह रैली आयोजित की गई थी। मंच पर बोलते समय महबूबा मुफ्ती ने एक बार असहज होते हुए बीच में ही अपना भाषण रोक दिया। हालांकि उन्होंने बाद में कुर्सी पर बैठकर ही भाषण देना शुरू किया और बताया कि उनके असहज महसूस करने के पीछे की वजह गर्मी और नमी वाला मौसम है।
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