निर्मला सीतारमण का राहुल पर पलटवार, देश को गुमराह करने का लगाया आरोप
उनके अनुसार भारतीय वायुसेना को 83 हल्के लड़ाकू विमान तेजस की आपूर्ति के लिए एचएएल के साथ 49,797 करोड़ रुपये का अनुबंध तकनीकी मूल्यांकन के चरण में है।
नयी दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को एक लाख करोड़ रुपये का सरकारी ऑर्डर देने के मामले में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर संसद में ‘झूठ’ बोलने का आरोप तो रक्षा मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि यह बड़े शर्म की बात है कि कांग्रेस प्रमुख मुद्दे को पूरी तरह समझे बगैर ही देश को गुमराह कर रहे हैं। रक्षा मंत्री के कार्यालय के आधिकारिक हैंडल पर सीतारमण ने कहा, ‘‘ शर्म की बात है कि कांग्रेस अध्यक्ष राष्ट्र को गुमराह कर रहे हैं। एचएएल ने 2014 से 2018 के बीच 26,570.8 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं और 73,000 करोड़ रुपये के अनुबंधों पर हस्ताक्षर होने हैं। क्या राहुल गांधी सदन के पटल से देश से माफी मांगेंगे ?’’
It's a shame that the president of @INCIndia is misleading the nation.
— Raksha Mantri (@DefenceMinIndia) January 6, 2019
HAL has signed contracts worth Rs 26570.8 Cr (Between 2014 and 2018) and contracts worth Rs 73000 Cr are in the pipeline.
Will @RahulGandhi apologise to the country from the floor of the house? pic.twitter.com/KIQsWikByG
एक अन्य रिपोर्ट है कि एचएएल को अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए पैसे उधार लेने पड़े। इसी बीच, एचएएल ने ट्वीट किया,‘‘एचएएल पर विभिन्न मीडिया रिपोर्ट के आलोक में स्पष्ट किया जाता है : एचएएल ने 962 करोड़ रुपये का ओवरड्राफ्ट लिया है। मार्च तक राशि में वृद्धि के अनुमान से रकम की स्थिति सुधरने की आशा है। हल्के लड़ाकू विमान एमके ए (83) और हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों (15) के लिए अनुबंध अंतिम चरण में है। सीतारमण ने 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से एचएएल को दिये गये सौदों का ब्योरा भी ट्वीट किया।
Hindustan Aeronautics Limited (HAL) expressed optimism that the public sector entity's financial condition would improve by the end of the current fiscal
— ANI Digital (@ani_digital) January 6, 2019
Read @ANI Story| https://t.co/ORFXgn9ZJ3 pic.twitter.com/qyXi84vKbF
यह भी पढ़ें: रक्षा मंत्री ने HAL मामले पर संसद में बोला झूठ, दस्तावेज पेश करें या इस्तीफा दें: राहुल
उनके अनुसार भारतीय वायुसेना को 83 हल्के लड़ाकू विमान तेजस की आपूर्ति के लिए एचएएल के साथ 49,797 करोड़ रुपये का अनुबंध तकनीकी मूल्यांकन के चरण में है। कामोव का 226 टी हेलीकॉप्टरों के लिए अंतरिम 20000 करोड़ का दूसरा अनुबंध भी इसी चरण में है। सीतारमण ने यह भी कहा कि मीडिया की रिपोर्ट कहती है कि लोकसभा का रिकार्ड कहता है कि उन्होंने यह दावा नहीं किया कि आर्डर पर दस्तखत हो गये बल्कि कहा कि इनपर काम चल रहा है। सीतारमण ने शुक्रवार को लोकसभा में राफेल सौदे पर बहस का जवाब देते हुए एचएएल के बारे में टिप्पणी की थी।
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