प्रदेश का कोई भी बच्चा हमारे रहते अनाथ नहीं रहेगा: शिवराज सिंह चौहान
शिवराज सिंह चौहान बताया कि मार्च 2021 से आज तक की स्थिति में प्रदेश में कुल 2457 बच्चे बेसहारा हुए हैं। इनमें से 714 बच्चों के मां-बाप नहीं हैं, 1536 बच्चों के मां-बाप में से एक नहीं है और 207 बच्चे परित्यक्त हैं।
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना में अनाथ हुए बच्चों को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे होते हुए प्रदेश में कोई भी बच्चा अनाथ नहीं रहेगा, हर बच्चा सनाथ होगा। उन्होंने आगे कहा कि न केवल ऐसे बच्चे जिनके माँ-बाप का कोविड से निधन हुआ है, बल्कि वे सभी बच्चे जो बेसहारा हैं, उनके खाने-पीने, शिक्षा, रहने की व्यवस्था सरकार करेगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पहली कोशिश यह हो कि बेसहारा बच्चों को अभिभावक मिल जाएँ। जिन्हें अभिभावक नहीं मिलते हैं, उनके रहने की व्यवस्था शासकीय संस्थाओं में की जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि जो अशासकीय संस्थाएं बेसहारा बच्चों की देखभाल करती हैं, उनके कार्यों का भी निरीक्षण किया जाएगा ।
बैठक में उन्होंने बताया कि मार्च 2021 से आज तक की स्थिति में प्रदेश में कुल 2457 बच्चे बेसहारा हुए हैं। इनमें से 714 बच्चों के मां-बाप नहीं हैं, 1536 बच्चों के मां-बाप में से एक नहीं है और 207 बच्चे परित्यक्त हैं। मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना में 329 बच्चों को और स्पॉन्सरशिप एवं फौस्टर केअर योजना में 939 बच्चों को सहायता दी गई है। शेष 1189 बच्चों को शीघ्र सहायता प्रदान की जाएगी।
बता दें कि मुख्यमंत्री 12 जून को मंत्रालय में प्रदेश के बेसहारा बच्चों की देखभाल के संबंध में बैठक ले रहे थे। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार वीसी के माध्यम से शामिल हुए। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, एसीएस राजेश राजोरा, प्रमुख सचिव अशोक शाह उपस्थित थे।
जो बच्चे #COVID19 के कारण अनाथ हो गए, उन्हें रु. 5,000 प्रतिमाह पेंशन देने का कार्य हमने किया है। इसके साथ ही उनकी निःशुल्क शिक्षा और राशन की व्यवस्था भी हम करेंगे।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 12, 2021
इसके अलावा और भी यदि अनाथ बच्चे होंगे, उनकी भी पूरी चिंता कर, उनके लिए भी हम योजना बनाएंगे। pic.twitter.com/dbQX2HHXON
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