क्या बेंगलुरू में लगेगा लॉकडाउन ? येदियुरप्पा के मंत्री ने दिया स्पष्ट जवाब

R Ashoka

मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद राजस्व मंत्री आर. अशोक ने कहा, ‘‘बेंगलुरु में लॉकडाउन नहीं लगेगा। यह स्पष्ट है, बेंगलुरु में लॉकडाउन लागू नहीं होगा।’’

बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश के अन्य शहरों और राज्यों में कोविड-19 के हालात को देखते हुए बेंगलुरु अभी भी सुरक्षित है। साथ ही उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच शहर में फिर से लॉकडाउन लगाए जाने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि ‘बेंगलुरु में फिलहाल लॉकडाउन नहीं लगेगा।’’ सरकार ने पृथक-वास के नियमों में भी बदलाव किया है और दिल्ली तथा तमिलनाडु से आने वालों लोगों के लिए तीन दिन के संस्थागत पृथक-वास की अनिवार्यता समाप्त कर दी है। लेकिन महाराष्ट्र से आने वालों को अभी भी सात दिन के लिए संस्थागत पृथक-वास में रहना होगा। 

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मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद राजस्व मंत्री आर. अशोक ने कहा, ‘‘बेंगलुरु में लॉकडाउन नहीं लगेगा। यह स्पष्ट है, बेंगलुरु में लॉकडाउन लागू नहीं होगा।’’ इस बैठक में मुख्यमंत्री और राजस्व मंत्री के अलावा अन्य मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि शहर में सिर्फ निषिद्ध क्षेत्र होंगे और जिन इलाकों में बड़ी संख्या में कोविड-19 के मामले आएंगे सिर्फ उन्हें ही सील किया जाएगा। अशोक ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इस महामारी के कारण भविष्य में उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें।

एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि शहर में कोई लॉकडाउन लागू नहीं होगा, लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि फिलहाल भविष्य के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। मंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पिछले कुछ दिन से शहर में कोविड-19 के लगातार बढ़ते मामलों की पृष्ठभूमि में लगातार अटकलें लगायी जा रही थीं कि बेंगलुरु में फिर से लॉकडाउन लगा दिया जाएगा। शहर में लॉकडाउन में मई के मध्य से धीरे-धीरे कुछ ढील दी गई है। शहर में बुधवार तक कोविड-19 के कुल 1,678 मामले सामने आए जिनमें 78 लोग की मौत हो चुकी है और 475 इलाज के बाद अपने घर लौट चुके हैं। 

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गौरतलब है कि कर्नाटक में एक जून को जहां कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या सिर्फ 3,408 थी वह बुधवार को 10 हजार को पार कर गई। राजस्व मंत्री अशोक ने कहा, ‘‘अन्य राज्यों और शहरों के मुकाबले बेंगलुरु अभी भी सुरक्षित है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए तमाम कदम उठा रही है और यहां तक कि शहर के प्रमुख बाजारों को भी हाल ही में सील कर दिया गया है। उन्होंने इंगित किया कि राज्य में लोगों के संक्रमण मुक्त होने की दर 61 प्रतिशत है और करीब 3,700 लोग ऐसे हैं जिनका अभी इलाज चल रहा है। येदियुरप्पा ने आज दिन में लोगों से कहा था कि अगर वे चाहते हैं कि शहर में फिर से लॉकडाउन लागू ना किया जए तो वे सरकार द्वारा उठाए गए कदमों और जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सहयोग करें।

पृथक-वास नियमों में हुए बदलाव पर मंत्री ने कहा कि दिल्ली और तमिलनाडु से आने वाले लोगों को अब तीन दिन के अनिवार्य संस्थागत पृथक-वास में नहीं रहना होगा, उन्हें सिर्फ अन्य राज्यों से आने वाले लोगों की तरह ही 14 दिन तक घर में पृथक-वास में रहना होगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र से आने वाले लोगों के पृथक-वास नियमों में कोई बदलाव नहीं हुआ है और उन्हें अनिवार्य रूप से सात दिन के लिए संस्थागत पृथक-वास और सात दिन गृह पृथक-वास में रहना होगा। बैठक में लिए गए अन्य फैसलों के बारे में अशोक ने बताया कि यह तय किया गया है कि किसी व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने के छह से आठ घंटे के भीतर उसे अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन मरीजों में लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं उन्हें कोविड देखभाल केन्द्र में जबकि जिनमें लक्षण नजर आ रहे हैं उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाएगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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