एवाई.4 की संक्रामक दर वायरस के डेल्टा प्रकार से अधिक होने का कोई साक्ष्य मौजूद नहीं: वैज्ञानिक
कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) के पूर्व निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा हैं कि “ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है जिससे पता चलता हो कि एवाई.4 के कारण संक्रामकता ज्यादा हुई या लोग दोबारा संक्रमण का शिकार हुए या टीका लगवा चुके लोगों संक्रमित हुए।”मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में छह लोग एवाई.4 से संक्रमित पाए गएहैं।
नयी दिल्ली| कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) के पूर्व निदेशक राकेश मिश्रा ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस के डेल्टा प्रकार के ‘सब-लिनियेज’ एवाई.4 की संक्रामक दर डेल्टा से अधिक होने का कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह उक्त वायरस का कोई नया प्रकार नहीं है। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में छह लोग एवाई.4 से संक्रमित पाए गए हैं। राज्य के मुख्य चिकित्सा अधिकारी बी. एस. सैत्य ने यह जानकारी दी थी।
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मिश्रा ने पीटीआई-से कहा, “ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है जिससे पता चलता हो कि एवाई.4 के कारण संक्रामकता ज्यादा हुई या लोग दोबारा संक्रमण का शिकार हुए या टीका लगवा चुके लोगों संक्रमित हुए।”
उन्होंने कहा, “यह कोई नया प्रकार नहीं है।” मिश्रा हैदराबाद स्थित सीसीएमबी के पूर्व निदेशक हैं जो कोरोना वायरस की जीनोम सिक्वेंसिंग करने वाला अग्रणी संस्थान है।
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