न कोई क्लास और न कोई गाइडेंस, अपने दम पर IAS बनीं किसान की बेटी

priyanka
निधि अविनाश । Aug 8 2020 3:42PM

यूपीएससी की तैयारी के लिए प्रिंयका ने कभी भी रेगुलर पढ़ाई नहीं की। वह ट्यूशंस और कॉलेज की पढ़ाई करने के बाद ही यूपीएससी की पढ़ाई करती थीं। उनको यूपीएससी की पढ़ाई के लिए काफी कम समय मिलता था , वह रात में और सुबह उठकर यूपीएससी की तैयारी करती थी।

कहते है अगर मन में कुछ करने की ठान लो तो कोई भी चीज़ नामुमकिन नहीं होती.. ऐसा ही कुछ उत्तराखंड की प्रिंयका ने साबित किया है। बता दें कि किसान कि इस बेटी ने 2019 का यूपीएससी एगजाम क्रैक किया है और इनकी 297 रैंक आई है।उत्तराखंड के चमोली जिले की प्रिंयका ने न केवल अपने माता-पिता बल्कि अपने प्रदेश का भी नाम रोशन किया है। उन्होंने न जानें कितने लाखों कैंडिडेट्स को पछाड़ते हुए सिविल सर्विस परीक्षा में ये रैंक हासिल किया जोकि काफी काबिलें तारीफ है। 

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प्रिंयका  उत्तराखंड के चमोली जिले के देवाल ब्लॉक के रामपुर गांव की निवासी है, उनके पिता राम दिवान एक किसान है और खेती करके अपने परिवार का पेट पालते है। मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाली प्रियंका ने बताया कि कैसे उन्होंने कड़ी मेहनत कर ये मुकाम हासिल किया। उन्होंने बताया कि एक किसान की बेटी होने की वजह से घर की आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी कि वो एक अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ सकें इसलिए उन्होंने गांव के ही स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की। स्कूली शिक्षा होने के बाद प्रिंयका ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए  गोपेश्वर डिग्री कॉलेज में एडमिशन लिया और वहीं से अपनी डिग्री हासिल की। अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए उन्होंने आगे बताया कि खर्चा चलाने के लिए वह 10वीं के छात्रों को पढ़ाती थी। इस दौरान प्रियंका अपनी उच्च शिक्षा के लिए डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून में एलएलबी की पढ़ाई कर रही हैं। 

प्रिंयका के आईएएस बनने  का सपना 

प्रिंयका बताती है कि जब वह ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रही थी तब चमोली जिले  के डीएम एसए मुरुगेशन उनके कॉलेज दौरे पर आए थे। जब उनका दौरा हुआ तब कॉलेज को काफी सुंदर तरीके से तैयार किया गया था और डीएम का काफी इज्जत के साथ स्वागत भी किया गया था जिसे देख प्रिंयका काफी प्रभावित हुई और वहीं से उन्हें आईएएस बनने की जिज्ञासा जगी। फिर क्या उनके सामने परेशानी आती रही पर वह अपने सपनों को पूरा करने में डटी रही। वह कहती है कि सिविल सर्विस परीक्षा के लिए स्मार्ट वर्क बेहद जरूरी है। मेहनत काफी जरूरी है। यूपीएससी की तैयारी के लिए प्रिंयका ने कभी भी रेगुलर पढ़ाई नहीं की। वह ट्यूशंस और कॉलेज की पढ़ाई करने के बाद ही यूपीएससी की पढ़ाई करती थीं। उनको यूपीएससी की पढ़ाई के लिए काफी कम समय मिलता था , वह रात में और सुबह उठकर यूपीएससी की तैयारी करती थी। प्रिंयका ने अपनी इस सफलता का राज बताते हुए कहा कि पढ़ाई को ज्यादा समय देकर नहीं बल्कि फोकस होकर और सही मटेरियल के साथ क्वालिटी स्टडी करना बेहद जरूरी है।

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