नोएडा इमारत हादसा: तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद मजिस्ट्रेट ने दिए जांच के आदेश

Noida building accident
[email protected] । Jul 18 2018 6:11PM

नोएडा के शाहबेरी गांव में कल रात दो इमारतों के ढहने के सिलसिले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 18 अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया है।

नोएडा। नोएडा के शाहबेरी गांव में कल रात दो इमारतों के ढहने के सिलसिले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 18 अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया है। हादसे की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया गया है। यहां दो बहुमंजिला इमारतों के ढहने की घटना में तीन लोगों की मौत हुई है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक संजीव कुमार अपनी टीम द्वारा किये जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे।

उन्होंने बल को मलबे में फंसे लोगों को जल्द बाहर निकालने को कहा। कुमार ने कहा कि मलबा बहुत ज्यादा है लेकिन इसमें दबे लोगों के अब भी जीवित होने की संभावना है, इसलिए मशीनों का सावधानी से इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि किसी को नुकसान ना पहुंचे। उन्होंने उम्मीद जतायी कि बचाव अभियान कल तक पूरा हो जाएगा। वहीं मेरठ जोन के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) राम कुमार ने बताया कि बिसरख थाना क्षेत्र के शाहबेरी गांव में कल रात छह मंजिला एक निर्माणाधीन इमारत ढह गई। उसकी चपेट में आकर उससे सटी एक पांच मंजिला इमारत भी ढह गई।

उन्होंने बताया कि हादसे के बाद मलबे से अब तक तीन शव निकाले गये हैं तथा कई और लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि बिसरख पुलिस ने इस सिलसिले में करीब दो दर्जन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। भूस्वामी गंगाशंकर द्विवेदी और दिनेश तथा संजय को गिरफ्तार कर लिया है। आईजी ने बताया कि अवैध इमारत का निर्माण करने को लेकर 18 अन्य लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। कुमार ने बताया कि राहत और बचाव कार्य में 12 जेसीबी मशीनें और दो पोकलेन मशीनें लगाई गई हैं। वहीं, गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी बृजेश नारायण सिंह ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया है।

सिंह ने बताया कि इस मामले की अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) कुमार विनीत सिंह के नेतृत्व में मजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी गई है। इस बीच, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी पार्थ सेन सारथी ने आज एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेश पर शाहबेरी गांव के भूमि अधिग्रहण के लिए जारी की गयी अधिसूचना 12 मई, 2011 को रद्द कर दी गयी थी। सारथी ने बताया कि प्राधिकरण की टीम मौके पर मौजूद एनडीआरएफ, दमकल विभाग और पुलिस की टीम के साथ मिलकर राहत एवं बचाव कार्य कर रही है। घटना के बाद मौके पर पहुंचे समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य और पूर्व मंत्री राकेश यादव तथा अयूब अंसारी ने सरकार से मृतकों के परिजनों को 25- 25 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की मांग की है। उन्होंने मृतकों के परिजन को सरकारी नौकरी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की है।

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