बंगाल और असम में थमा दूसरे चरण के लिए प्रचार का शोर, एक अप्रैल को होंगे मतदान

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अंकित सिंह । Mar 30 2021 8:06PM

पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए दूसरे चरण के चुनाव में प्रचार अभियान मंगलवार शाम को समाप्त हो गया। दूसरे चरण में एक अप्रैल को चार जिलों के 30 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होना है। चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि इस चरण में 75,94,549 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे और 171 उम्मीदवारों का राजनीतिक भविष्य तय करेंगे।

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव और असम विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग के लिए आज शाम चुनाव प्रचार थम गया। बंगाल के 30 सीटों के लिए 1 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। इस चरण में 171 उम्मीदवारों के राजनीतिक भविष्य तय होंगे। वहीं, असम में दूसरे चरण के दौरान उन 39 निर्वाचन क्षेत्रों के 345 उम्मीदवारों के राजनीतिक भविष्य का फैसला होगा। दूसरे चरण के लिए दिग्गजों ने जमकर चुनाव प्रचार किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और टीएमसी की ओर से ममता बनर्जी प्रमुख रूप से चुनाव प्रचार में लगे रहे। 

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बंगाल में दूसरे चरण के मतदान के लिए प्रचार समाप्त

पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए दूसरे चरण के चुनाव में प्रचार अभियान मंगलवार शाम को समाप्त हो गया। दूसरे चरण में एक अप्रैल को चार जिलों के 30 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होना है। चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि इस चरण में 75,94,549 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे और 171 उम्मीदवारों का राजनीतिक भविष्य तय करेंगे। दूसरे चरण में 10,620 मतदान केंद्रों पर मतदान कराए जाएंगे। सूत्रों ने कहा कि चुनाव आयोग ने दूसरे चरण के सभी मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया है। उन्होंने बताया कि इस चरण में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की कुल 651 कंपनियां तैनात की जाएंगी। इस चरण में बांकुड़ा (भाग दो), पूर्व मेदिनीपुर (भाग एक), पश्चिम मेदिनीपुर (भाग दो) और दक्षिण 24 परगना (भाग एक) में मतदान होंगे। सूत्रों ने बताया कि पूर्व मेदिनीपुर में सीएपीएफ की कुल 199 कंपनियां तैनात की जाएंगी जबकि पश्चिम मेदिनीपुर में 210 कंपनियां, दक्षिण 24 परगना में 170 और बांकुड़ा में 72 कंपनियां तैनात की जाएंगी। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन पूर्व मेदिनीपुर जिले की नंदीग्राम सीट पर काफी गहमागहमी रही जहां से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने भाजपा नेता और उनके पूर्व अनुयायी शुभेंदु अधिकारी मैदान में हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिन में नंदीग्राम में अधिकारी के समर्थन में बंगाल के सिनेस्टार मिथुन चक्रवर्ती के साथ रोडशो किया। वहीं व्हीलचेयर पर बैठीं ममता ने अपने चुनाव क्षेत्र में कई स्थानों पर रैलियों को संबोधित किया। इस चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी रैलियों को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी रैलियों में तृणमूल कांग्रेस सरकार और ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया और जोर दिया कि खेल अब खत्म हो जाएगा। ममता ने गर्मी के बावजूद पश्चिम मेदिनीपुर में दो रैलियों को संबोधित किया। तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी इस दौरान ममता के साथ थे। उन्होंने अधिकारी परिवार पर हमला बोला और उन्हें गद्दार और मीर जाफ़र कहा तथा लोगों से उन्हें वोट नहीं देने की अपील की।

 

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असम में दूसरे चरण के मतदान के लिए प्रचार अभियान समाप्त

गुवाहाटी, 30 मार्च असम विधानसभा के लिए दूसरे चरण के चुनाव में प्रचार अभियान मंगलवार शाम को समाप्त हो गया। दूसरे चरण के तहत एक अप्रैल को 39 निर्वाचन क्षेत्रों में 345 उम्मीदवारों के राजनीतिक भविष्य का फैसला होगा। चुनाव प्रचार अभियान में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का मुद्दा सबसे ऊपर था और पहले चरण के चुनाव में भाजपा ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी थी। लेकिन इस दौरान पार्टी ने बराक घाटी में इस मुद्दे को उठाया जहां हिंदू बंगाली आबादी की खासी संख्या है और उनमें से कई की जड़ें बांग्लादेश में हैं। असम चुनावों के लिए अपनी पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सीएए का जिक्र किया था और कहा था कि इसे समय पर लागू किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने पथरकंडी और सिलचर में अपनी चुनावी रैलियों में पहली बार इस विवादास्पद कानून का जिक्र करते हुए आश्वासन दिया था कि शरणार्थियों को नागरिकता का अधिकार दिया जाएगा तथा भाजपा घुसपैठियों को राज्य में नहीं आने देगी। भाजपा ने अपने प्रचार अभियान में विशेष रूप से एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल पर हमला बोला और आरोप लगाया कि उन्होंने अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दिया जिससे कई समस्याएं पैदा हुयीं। पार्टी ने एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन करने को लेकर कांग्रेस पर भी निशाना साधा। फरवरी के अंत में चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बराक घाटी के करीमगंज से अपना अभियान शुरू किया था। बराक घाटी में 15 सीटें हैं। राज्य विधानसभा में 126 सीटें हैं। दूसरे चरण में प्रचार करने वाले प्रमुख भाजपा नेताओं में केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह, नितिन गडकरी, नरेंद्र तोमर, जितेंद्र सिंह, मुख्तार अब्बास नकवी के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदि शामिल हैं। भाजपा, असम गण परिषद और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) गठबंधन सहयोगी हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को खराब मौसम होने के कारण चुनाव प्रचार के लिए नहीं आ सके, हालांकि उन्होंने एक वीडियो जारी कर राज्य के लोगों का आह्वान किया कि वे प्रदेश की पहचान, इतिहास एवं संस्कृति की रक्षा के लिए विपक्षी ‘महाजोत’ (महागठबंधन) को जीत दिलाएं।

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