ओडिशा पर एक और चक्रवात का खतरा, 15 जिलों को अलर्ट जारी

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[email protected] । Nov 6 2019 9:23AM

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि उसके मजबूत होकर गहरे दबाव में तब्दील हेाने और बुधवार को चक्रवातीय तूफान का रूप लेने की संभावना है।

भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी मेंदबाव के क्षेत्र के मजबूत होकर चक्रवात का रूप लेने और व्यापक रूप से वर्षा होने की संभावना के मद्देनजर ओडिशा सरकार ने संभावित बाढ़ और जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए मंगलवार को राज्य के 30 में से 15 जिलों को अलर्ट जारी किया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दबाव का रूख पश्चिम की ओर बढ़ा है और यह फिलहाल बंगाल की खाड़ी में पूर्व मध्य एवं पड़ोस के दक्षिणपूर्व क्षेत्र तथा अंडमान निकोबार सागर में केंद्रित है जो ओडिशा के पारादीप के दक्षिण-दक्षिणपूर्व में 890 किलोमीटर की दूरी पर तथा पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप के दक्षिण-दक्षिणपूर्व में 980 किलोमीटर की दूरी पर है।

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विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि उसके मजबूत होकर गहरे दबाव में तब्दील हेाने और बुधवार को चक्रवातीय तूफान का रूप लेने की संभावना है। चक्रवात के ओडिशा तट पर पहुंचने की संभावना बहुत कम है। विशेष राहत आयुक्त और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के सचिव पीके जेना ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘संभावित भारी वर्षा के मद्देनजर हमने राज्य के 30 में से 15 जिलों को एलर्ट कर दिया है।’’ जिन जिलों को अलर्ट पर रखा गया, उनमें बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, गंजाम, पुरी, गजपति, कोरापुट, रायगढ़, नबरंगपुर, कालाहांडी, कंधमाल, बौध, नौपाड़ा और मलकानगिरी शामिल हैं।

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महापात्रा ने कहा कि इस स्थिति के शुरू में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर और फिर बाद में उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर पश्चिम बंगाल, पड़ोस के बांग्लादेश और ओड़िशा के तटों की ओर बढ़ने की संभावना है मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘हम इसकी गति और दिशा पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। अभी इसके संभावित प्रभाव को लेकर कोई स्पष्ट तस्वीर सामने नहीं आई है।’’ मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे अगली सूचना तक समुद्र में न जाएँ।

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