विपक्ष ने असहमति की आवाज दबाने का आरोप लगाया
विपक्षी दलों के नेताओं ने आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और गौरक्षकों के हमले, असहमति की आवाज को दबाये जाने समेत विभिन्न मुद्दों पर उनके समक्ष अपनी चिंता व्यक्त की।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में मुख्य विपक्षी दलों के नेताओं ने आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और गौरक्षकों के हमले, असहमति की आवाज को दबाये जाने समेत विभिन्न मुद्दों पर उनके समक्ष अपनी चिंता व्यक्त की। सिंह और सोनिया के नेतृत्व में विपक्षी दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति से भेंट की और देश में कानून का शासन सुनिश्चित करने के लिए उनसे हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।
इन नेताओं ने विभिन्न विषयों पर अपनी चिंताओं को व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भी सौंपा और उनसे अनुरोध किया कि संवैधानिक लोकतंत्र और नागरिकों के बुनियादी अधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए। शिष्टमंडल द्वारा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात के बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि देश में भय और असुरक्षा का माहौल उत्पन्न हो गया है और असहमति की आवाज दबायी जा रही है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि हमने राष्ट्रपति से हस्तक्षेप का आग्रह किया है ताकि संवैधानिक लोकतंत्र और नागरिकों के बुनियादी अधिकारों की रक्षा की जा सके और देश में कानून की शासन स्थापित हो सके। शिष्टमंडल ने इस दौरान ईवीएम मशीन में छेड़छाड़ का मुद्दा भी उठाया।
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